Rajasthan News: किसान की दो बेटियां बनीं RAS अधिकारी, पूजा को 477वीं और कविता को मिली 350वीं रैंक

दोनों बहनों की सफलता के बाद मांगलोदी गांव में परिवार के साथ-साथ पूरे गांव और क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है. रिजल्ट की घोषणा होने के बाद से ग्रामीणों ने जश्न मनाया और दोनों बहनों का सम्मान किया. ग्रामीणों ने गांव में मिठाइयां बांटी और बेटियों की सफलता पर खुशी जताते हुए कहा कि यह सफलता पूरे क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रेरणा बनेगी.

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कविता चौधरी और पूजा चौधरी का RAS में सिलेक्शन

RAS Result 2025: जब मन में लगन और कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो हर मुश्किल आसान लगने लगती है. इसी तरह किसी में पढ़ाई का जज्बा हो तो उसके लिए संसाधन, स्कूल, महंगी कोचिंग मायने नहीं रखते, डीडवाना जिले के छोटे से गांव मांगलोदी में किसान परिवार की दो बेटियों ने इसे साबित भी कर दिखाया है. हाल ही में राजस्थान प्रशासनिक सेवा यानी RAS के जारी हुए परिणाम में दोनों बहनों का सलेक्शन हुआ है. दे

राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने वर्ष 2023 में RAS परीक्षा आयोजित करवाई थी, जिसका फाइनल रिजल्ट 15 अक्टूबर को जारी किया गया. इस रिजल्ट में डीडवाना जिले के मांगलोदी में किसान परिवार की दो बेटियों पूजा और कविता ने भी सफलता हासिल की है. पूजा ने RAS में 477 वीं रैंक हासिल की है, जबकि उनकी बहन कविता ने 350 वीं रैंक हासिल की है. 

दोनों बहनें किसान परिवार से ताल्लकु रखती हैं 

दोनों बहनें किसान परिवार से ताल्लकु रखती हैं. दोनों बहनों के पिता तिलोकराम किसान है और खेती बाड़ी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं. सलेक्शन के बाद अब यह दोनों बहनें अफसर बन जाएंगी. दोनों बहनों की इस उपलब्धि से गांव में हर्ष का माहौल है और परिणाम घोषित होने के बाद से ही दोनों बहनों को बधाइयां देने का तांता लग गया है. 

गांव और क्षेत्र में खुशी की लहर

दोनों बहनों की सफलता के बाद मांगलोदी गांव में परिवार के साथ-साथ पूरे गांव और क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है. रिजल्ट की घोषणा होने के बाद से ग्रामीणों ने जश्न मनाया और दोनों बहनों का सम्मान किया. ग्रामीणों ने गांव में मिठाइयां बांटी और बेटियों की सफलता पर खुशी जताते हुए कहा कि यह सफलता पूरे क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रेरणा बनेगी.

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इस मौके पर RAS अधिकारी बनने वाली पूजा चौधरी ने कहा कि हम एक किसान परिवार से आते हैं और बड़ी खुशी इस चीज की है कि हम दोनों बहनों का एक साथ सलेक्शन हुआ है हम अपनी ईमानदारी से काम करेंगे.

''एक संदेश है कि बेटियां किसी से कम नहीं''

जबकि कविता चौधरी ने कहा कि आरएएस के नतीजों में महिलाओं ने भी सफलता हासिल की है. यह एक संदेश है कि बेटियां किसी से कम नहीं है, वहीं ग्रामीण परिवेश में संसाधनों की कमी के बावजूद बेटियों की ये सफलता समाज के लिए भी एक सकारात्मक संदेश हैं. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का सदुपयोग करने से कई चीजों का फायदा होता है. इसलिए युवाओं को अपनी सफलता की ओर ध्यान देना चाहिए.

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