कोटा में पढ़ रहे छात्रों के माता-पिता से राजस्थान पुलिस ने की अपील, आपको जानना चाहिए

कोटा में पुलिस ने दो छात्रों को आत्महत्या करने से बचाया है. वहीं, पुलिस ने अभिभावकों से बड़ी अपील की है.

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कोटा पुलिस

Rajasthan News: कोटा में कोचिंग स्टूडेंटस के बढ़ते सुसाइड मामलों के बाद कोटा पुलिस भी अब लगातार शहर में अपराधों के नियंत्रण के साथ कोचिंग स्टूडेंटस को लेकर भी सतर्कता बरत रही है. कोटा शहर पुलिस आत्मघाती कदम उठाने वाले बच्चों तक पहुंचकर उनकी जान बचाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. पुलिस की सतर्कता एक बार फिर काम आई और दो कोचिंग छात्रों की पुलिस ने जान बचा ली. दरअसल जवाहरनगर थाना पुलिस को 16 वर्षीय दो कोचिंग छात्राओं द्वारा सुसाइड का प्रयास करने की खबर मिलते ही तुरन्त मौके पर पहुंचकर कोचिंग छात्राओ को आत्महत्या करने से रोककर छात्राओं की जिन्दगी बचाई है.

कोटा शहर के सभी थानाधिकारियों को निर्देश

पुलिस अधीक्षक शहर शरद चौधरी ने बताया कि कोटा शहर में मशहूर  कोचिंग संस्थान स्थित है. जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाते है. इंजीनियरिंग और विशेषतः आईआईटी और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए देशभर के बच्चें पढ़ने के लिये कोटा आते हैं. जिस कारण कोटा शहर एक प्रमुख शिक्षा हब होने के नाते छात्र की सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण अंश है. कोटा शहर पुलिस कोचिंग स्टूडेंट्स की सुरक्षा को लेकर काफी संवेदनशील है. इसी क्रम में कोचिंग छात्रो द्वारा सुसाईड की घटनाओ की प्रभावी रोकथाम हेतु अभियान के रूप में लेकर समस्त थानाधिकारीगण को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये थे.

दो दिनों में दो बच्चों की बचाई जान

13 फरवरी को थाना जवाहर नगर पर सूचना मिली की बिहार निवासी एक 16 वर्षीय कोचिंग छात्रा जो पिछले 3 माह से राजीव गाँधी नगर कोटा में रहकर कोचिंग कर रही है. उसके द्वारा लगातार आत्महत्या का प्रयास किया जा रहा है. सूचना पर तुरन्त थानाधिकारी थाना जवाहर नगर वासुदेव सिंह मय टीम द्वारा मौके पर पहुँचकर बालिका को विश्वास में लेकर से समझाया और छात्रा की जान बचाई. पुलिस द्वारा अगर त्वरित कार्यवाही नहीं की जाती तो कोचिंग छात्रा अवश्य ही आत्महत्या कर सकती थी.

वहीं 14 फरवरी को थाना जवाहर नगर पर सूचना मिली की दिल्ली निवासी एक 16 वर्षीय कोचिंग छात्रा वह भी पिछले 3 माह से राजीव गाँधी नगर कोटा में रहकर कोचिंग कर रही है. और उसके द्वारा भी आत्महत्या का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन पुलिस को सूचना मिलने पर उसे भी अपने विश्वास में लिया और समझा कर उसकी जान बचाई.

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एसपी ने बच्चों की जान बचाने वाले पुलिस कर्मियों को 11 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा भी की है.

एसपी ने अभिभावकों से की अपील

पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने कोटा में पढ़ रहे छात्रों के माता-पिता और अभिभावकों से अपील की उन्होंने हमेशा अपने बच्चों के संपर्क में रहना चाहिए. इसके अलावा संबंधित कोचिंग संस्थानो और होस्टल संचालक से सम्पर्क में रहे तथा अपने बच्चे पर पूर्ण विश्वास रखें. उन्होंने कहा अभिभावकों को कभी अपने बच्चे की तुलना किसी और से करनी चाहिए. जबकि बच्चों के स्वभाव पर भी नजर रखे. अगर किसी को भी लगता है कि बच्चे के मन में पढ़ाई का दवाब है तो तुरंत इस पर सोचें और पुलिस से भी संपर्क करें. उस वक्त बच्चों को अकेला बिलकुल भी नहीं छोड़ें. अभिभावकों को अपने बच्चों को समझना चाहिए और उसके अंदर पढ़ाई को लेकर जो कुछ भी चल रही है उसे समझने की कोशिश करें. क्योंकि यह अभिभावकों की जिम्मेदारी है कि वह अपने बच्चों को समझें और किसी तरह का दवाब न बनाएं.

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