10 लाख रुपये में NEET पास कराने का हुआ सौदा, दूसरे की जगह एक्जाम में बैठे MBBS स्टूडेंट गिरफ्तार

NEET UG 2024: राजस्थान के भरतपुर में नीट परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ. गिरोह ने 10 लाख रुपये में परीक्षा पास कराने का सौदा किया था.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
नीट परीक्षा में नकल कराने वाला गिरोह पकड़ा

NEET UG 2024: राजस्थान के भरतपुर में नीट परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ. साथ ही परीक्षा में डमी कैंडिडेट समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरोह ने 10 लाख रुपये में NEET UG 2024 की परीक्षा का पास कराने का सौदा किया था. इन आरोपियों से पूछताछ के बाद पता चल सकेगा कि गिरोह में और कौन-कौन लोग शामिल हैं. 

10 लाख में परीक्षा देने आए थे MBBS के स्टडेंट

एएसपी अकलेश शर्मा ने बताया कि भरतपुर में आयोजित नीट परीक्षा के दौरान एक एमबीबीएस स्टूडेंट डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देता हुआ पकड़ा गया है. डमी कैंडिडेट की निशानदेही पर पुलिस ने मूल परीक्षार्थी सहित नकल कराने आये गिरोह के अन्य सदस्यों को भी हिरासत में ले लिया है.

Advertisement

पकड़े गए कुल 6 आरोपियों में से 3 मेडिकल कॉलेज अजमेर के एमबीबीएस (MBBS) के थर्ड ईयर के स्टूडेंट हैं, जोकि 10 लाख रुपए परीक्षा देने आए थे. मूल परीक्षार्थी के स्थान पर परीक्षा दे रहे डमी कैंडिडेट डॉक्टर अभिषेक ने इसके लिए 10 लाख में से 1 लाख एडवांस लिया था. उसने राहुल गुर्जर के स्थान पर ही परीक्षा फार्म भरते हुए अपनी बायोमेट्रिक पहचान नीट के फार्म में भरी थी.

Advertisement

आरोपियों के कब्जे से एक कार बरामद

पकड़े गए गिरोह में 3 मेडिकल स्टूडेंट अजमेर मेडीकल कॉलेज (Ajmer Medical College) के है. 10 लाख में परीक्षा पास कराने के लिए सौदा तय हुआ था, मूल परीक्षार्थी राहुल गुर्जर की जगह डमी कैंडिडेट अभिषेक वैश्य थर्ड ईयर स्टूडेंट मल्टीपर्पज परीक्षा केंद्र पर परीक्षा दे रहा था. इसी दौरान परीक्षा केंद्र पर परीक्षक को इस पर शक हुआ तो उसने मथुरागेट थाने के एएसआई शिवदयाल को बताया. एएसआई की सजगता से यह गिरोह पकड़ में आया और पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर अन्य आरोपियों को हिरासत में लिया है. इनके कब्जे से एक कार को भी बरामद किया है..

Advertisement

पकड़े गए आरोपियों में मूल परीक्षार्थी राहुल गुर्जर, डॉ रविकांत उर्फ रवि मीणा, डॉ अमित जाट, डॉक्टर अभिषेक, दयाराम और  सुरेश नाम के आरोपी हैं. पुलिस की पूछताछ में डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा में बैठने वाले डॉक्टर अभिषेक ने बताया कि डॉक्टर रविकांत उर्फ रवि मीणा ने ही उनका सौदा तय कराया था. एएसपी अकलेश शर्मा का कहना है कि आरोपियो से डिटेल पूछताछ की जाएगी. इसके बाद मामले का खुलासा किया जाएगा. इनके गिरोह में कौन कौन लोग शामिल है यह पूछताछ के बाद खुलासा होगा. 

यह भी पढे़ं- बड़ी गड़बड़ी की वजह से राजस्थान के इस जिले में रात में ली गई NEET की परीक्षा, 120 विद्यार्थी हुए शामिल

Topics mentioned in this article