Rajasthan By Election Result: पहले डांगी अब डांगा, हनुमान बेनीवाल के खास लोगों ने जब-जब की बगावत जनता ने बनाया विधायक

Hanuman Beniwal: हनुमान बेनीवाल के खास रहे रेवंतराम डांगा ने ही उन्हें बड़ा झटका दिया है. हालांकि यह पहली बार नहीं है जब उनके खास रहे नेताओं ने बगावत की हो.

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Khinwsar Vidahan Sabha Result: खींवसर में बीजेपी के रेवंत राम डांगा 13 हजार 901 वोट से चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं. उन्होंने हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल को हराया है. इसी के साथ ही विधानसभा में आरएलपी का एक भी विधायक नहीं होगा. इस हार से आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) को बड़ा धक्का लगा है. कभी उनके खास रहे डांगा ने बेनीवाल को बड़ा झटका दिया है. हालांकि यह पहली बार नहीं है जब उनके खास रहे नेताओं ने बगावत की हो. इससे पहले भी मेवाड़ की हॉट सीट रही वल्लभनगर में भी ऐसा ही घटनाक्रम हुआ था, जब आरएलपी के संस्थापक सदस्यों में रहे उदयलाल साल 2023 के विधानसभा चुनाव में ऐन मौके पहले पार्टी छोड़ दी थी. इस चुनाव में उन्होंने बीजेपी का दामन थामा और सदन पहुंचे. 

जिसने मेरी पीठ में छुरा घोंपा, बीजेपी ने उसे ही बनाया दूल्हा- बेनीवाल

वहीं, डांगा भी 2018 में RLP के गठन के दौरान पार्टी में थे. तीन बार के सरपंच रह चुके डांगा ने लंबे समय तक हनुमान बेनीवाल का साथ दिया, लेकिन पिछले साल उनसे अलग हो गए. हालांकि 2023 के चुनाव में डांगा ने बेनीवाल को कड़ी टक्कर दी, लेकिन 2069 वोटों से चुनाव हार गए. अब NDTV से एक्सक्लूसिव बातचीत में बेनीवाल ने डांगा पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी मंत्री के मूंछ वाले बयान के कारण मेरी पत्नी कनिका बेनीवाल की हार हुई है. मिर्धा परिवार जगह-जगह जाकर रोते फिरा. यहां तक की जिसने मेरी पीठ में छुरा घोंपा, बीजेपी ने उसी से ही अपना दूल्हा बना लिया.

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NDTV से एक्सक्लूसिव बातचीत में बेनीवाल ने डांगा पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी मंत्री के मूंछ वाले बयान के कारण मेरी पत्नी कनिका बेनीवाल की हार हुई है. मिर्धा परिवार जगह-जगह जाकर रोते फिरा. यहां तक की जिसने मेरी पीठ में छुरा घोंपा, बीजेपी ने उसी से ही अपना दूल्हा बना लिया.

साल 2021 में बीजेपी से बगावत कर चुनाव लड़े थे डांगी  

दरअसल, साल 2021 में उदयपुर जिले की वल्लभनगर सीट से विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत का निधन होने के बाद उपचुनाव हुए. इस दौरान बीजेपी के पुराने नेता उदयलाला डांगी टिकट की आस लगाए बैठे थे, लेकिन उनका टिकट काटकर हिम्मत सिंह झाला को उम्मीदवार बनाया गया था. इससे नाराज होकर उदयलाल डांगी ने आरएलपी से चुनाव लड़ा. इस चुनाव में कांग्रेस की प्रीति गजेंद्र शक्तावत को जीत मिली. वहीं दूसरे नंबर पर उदयलाल डांगी और तीसरे पर रणधीर सिंह भींडर रहे. जबकि बीजेपी उम्मीदवार की जमानत जब्त हो गई थी. 

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इसके बाद साल 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजपी से उदयलाल डांगी ने चुनाव लड़ा. उन्हें 83 हजार 227 वोट मिले थे. वहीं, पूर्व विधायक प्रीति शक्तावत को 63 हजार 167 वोट मिले थे. जबकि इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले में जनता सेना दीपेंद्र कुंवर भींडर भी मैदान थी, जिन्होंने 47 हजार 32 वोट हासिल किए थे. 

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