Rajasthan News: जल जीवन मिशन घोटाले में कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री महेश जोशी को ईडी ने गिरफ्तार किया, इसके बाद राजस्थान की राजनीति गरमा गई है. राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है, जबकि उनके ही पूर्व OSD लोकेश शर्मा ने सोशल मीडिया पर कटाक्ष करते हुए अप्रत्यक्ष रूप से जोशी और गहलोत के रिश्तों पर सवाल खड़े कर दिए.
महेश जोशी की गिरफ्तारी राजनीतिक प्रतिशोध: गहलोत
पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए केंद्र की भाजपा सरकार और ईडी की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए. उन्होंने लिखा कि भाजपा एक्सटॉर्शन डिपार्टमेंट बन चुकी ED द्वारा पूर्व मंत्री महेश जोशी की गिरफ्तारी राजनीतिक प्रतिशोध का उदाहरण है. यह गिरफ्तारी ऐसे समय पर की गई है जब उनकी पत्नी पिछले 15 दिनों से जयपुर के एक अस्पताल में बेहोशी की हालत में जिंदगी और मौत से जूझ रही हैं. जोशी जी की इच्छा थी कि इस पारिवारिक संकट के बाद ED के सामने पेश हों. यह कार्रवाई उन्हें भावनात्मक रूप से तोड़ने की रणनीति है, ताकि मनमुताबिक बयान लिए जा सकें.
लोकेश शर्मा के बयान ने बढ़ाई हलचल
गहलोत के इस बयान के जरिए कांग्रेस ने ईडी पर केंद्र सरकार के इशारे पर काम करने का आरोप दोहराया है. इसी ठीक बाद अशोक गहलोत के OSD रहे लोकेश शर्मा ने भी एक सोशल मीडिया पोस्ट कर हलचल बढ़ा दी. उन्होंने लिखा कि महेश जोशी के प्रति मेरी पूरी हमदर्दी है. तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उस समय इनसे भी तो कई बड़े-बड़े वादे और बातें की ही होंगी.
सितंबर 2023 में ACB ने दर्ज की थी FIR
ACB ने जल जीवन मिशन घोटाले में सितंबर 2023 में FIR दर्ज की थी. आरोप है कि फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों के आधार पर करोड़ों के टेंडर जारी हुए, जिसमें पूर्व मंत्री की भूमिका रही. पहले ठेकेदार पदमचंद जैन, महेश मित्तल, पीयूष जैन और संजय बढ़ाया को गिरफ्तार किया था. संजय बढ़ाया को महेश जोशी का करीबी बताया गया है, जो टेंडर और पोस्टिंग में अहम भूमिका निभा रहा था.
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