राजस्थान में बिजली संकट पर गुड न्यूज, छत्तीसगढ़ में सील कोयला मिलेगा वापस

राजस्थान में बिजली संकट को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. अब राजस्थान में भारी मात्रा में कोयला छत्तीसगढ़ से आने वाला है, जिससे बिजली के उत्पादन में सुधार आएगा. 

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(प्रतीकात्मक तस्वीर)

Rajasthan Electricity News: राजस्थान में बिजली संकट एक बड़ी समस्या है, इससे निपटने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. कोयले की कमी और बिजली के आपूर्ति में कमी की चिंता दूर करने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bajanlal Sharma) ने सक्रियता दिखाई है. सीएम भजनलाल के सक्रिय प्रयासों से छत्तीसगढ़ में फंसा 4 लाख मीट्रिक टन (लगभग 100 रेक) कोयला अब राजस्थान को मिलेगा. इस कोयले से प्रदेश के पावर प्लांट्स में कोयले के भंडार बढ़ेंगे और आमजन को पर्याप्त बिजली उपलब्ध हो सकेगी. 

वाशरीज में फंसा 4 लाख मीट्रिक टन कोयला

राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम ने छत्तीसगढ़ के कोरबा में आर्यन कोल बेनिफिकेशन इंडिया लिमिटेड (एसीबीईएल) को एसईसीएल की माइन से सूरतगढ़ और छबड़ा थर्मल पावर प्लांट हेतु कोयले के सप्लाई का 5 वर्ष के लिए आदेश दिया था. लेकिन जुलाई 2022 में छत्तीसगढ़ के राज्य कर (जीएसटी) विभाग, खनिज विभाग, राजस्व विभाग और पर्यावरण विभाग की संयुक्त कार्यवाही के कारण एसीबीईएल की वाशरीज को सील कर दिया गया. इससे राजस्थान का लगभग 4 लाख मीट्रिक टन कोयला वाशरीज में फंस गया.

सीएम ने कोयला रिलीज करने का किया आग्रह

मुख्यमंत्री शर्मा ने इस प्रकरण का तुरंत संज्ञान लेते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और केन्द्र सरकार से सम्पर्क किया और कोयले को रिलीज करने का आग्रह किया. शर्मा के अथक प्रयासों के क्रम में छत्तीसगढ़ सरकार ने कोल रिलीज करवाने में गंभीरता से त्वरित कार्यवाही की. हाल ही में जिला कलक्टर कोरबा ने उक्त 4 लाख मीट्रिक टन कोयले को रिलीज करने का आदेश दिया.

इस 4 लाख मीट्रिक टन कोयले से राजस्थान को लगभग 100 कोल रैक्स की आपूर्ति सुनिश्चित होगी, जिससे उत्पादन निगम के पावर प्लांट्स को कोयला भंडार बढ़ाने में मदद मिलेगी. 

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