Rajasthan Private bus strike: राजस्थान में चल रही बस संचालकों की हड़ताल के प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मिलने पहुंचा. संचालकों ने अपनी मांगों को लेकर सीएम को ज्ञापन सौंपा, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला है. एसोसिएशन ने डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा से भी मुलाकात की. वार्ता बेनतीजा रहने के चलते हड़ताल अभी भी जारी रहेगी. बस एसोसिएशन का कहना है कि सुरक्षा मानकों का ध्यान रखने के लिए कहा गया और बस संचालक इन बातों का ध्यान रखेंगे. लेकिन आरटीओ द्वारा 2 लाख रुपए का चालान बनाया जा रहा है, वो गलत है. बस संचालकों की मुख्य मांग है कि परिवहन विभाग ने जिन बसों में मॉडिफिकेशन को लेकर कार्रवाई शुरू की है, उन्हें सुधार के लिए कुछ समय दिया जाए.
बसों को जब्त करने से सेवाए ठप होंगी- बस संचालक
संचालकों का कहना है कि एक साथ बसों को जब्त करने या चालान करने से परिवहन सेवाएं पूरी तरह ठप हो जाएंगी. प्रतिनिधिमंडल में जयपुर, जोधपुर, कोटा और जैसलमेर के प्रमुख बस संचालक शामिल हैं.
निजी बस संचालकों की हड़ताल के कारण पिछले दो दिन से कई तरह की परेशानी सामने आई है. कई जिलों में निजी बसें नहीं चल पा रही हैं, जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है. इससे पहले बस संचालकों ने उम्मीद जताई थी कि मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप से कोई समाधान निकलेगा और परिवहन व्यवस्था सामान्य हो सकेगी.
सरकार की सख्ती के बाद विरोध में उतरे संचालक
जैसलमेर हादसे के बाद परिवहन विभाग की सख्ती के विरोध में ऑल इंडिया टूरिस्ट बस एसोसिएशन ने हड़ताल का ऐलान किया है. विभाग ने लापरवाह बस संचालकों के खिलाफ अब राज्यव्यापी सख्त अभियान शुरू किया. इसके विरोध में उतरे एसोसिएशन ने समय की मांग की है, ताकि उन्हें सुधार खामियों को दुरुस्त करने का मौका मिल सके.
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