
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा 10वीं कक्षा के परिणाम जारी करने के बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि स्कूलों में नई शिक्षा नीति के तहत कई नवाचार किए गए हैं, जिनका सकारात्मक प्रभाव परिणामों में दिखाई दे रहा है. हर वर्ष परीक्षा परिणाम पहले से बेहतर हो रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में तृतीय श्रेणी के 21 हज़ार शिक्षकों का प्रमोशन किया जाएगा.
"शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा"
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रमोशन से शिक्षा की गुणवत्ता में और सुधार होगा. उन्होंने बताया कि कई शिक्षक वर्षों से एक ही स्थान पर कार्यरत हैं और वे स्थानांतरण नहीं चाहते, क्योंकि इससे उनकी वरिष्ठता प्रभावित होती है और उन्हें नुकसान हो सकता है. सरकार ऐसा समाधान निकालेगी जिससे तबादला प्रक्रिया भी सुचारु रूप से चलती रहे.
"शिक्षकों के 65 हजार पद भरे जाएंगे"
मदन दिलावर ने बताया कि हाल ही में रीट परीक्षा सफलतापूर्वक आयोजित की गई है और आरपीएससी के माध्यम से भी शिक्षकों के लगभग 65 हज़ार पद भरे जाएंगे. उन्होंने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड प्रशासन, परीक्षा प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों, कर्मचारियों, पर्यवेक्षकों और शिक्षकों को समय पर परिणाम जारी करने के लिए बधाई दी. यह सामूहिक प्रयासों का ही परिणाम है कि पूरी प्रक्रिया समयबद्ध रूप से संपन्न हुई.
"केवल शिक्षण पर ही ध्यान केंद्रित करना होगा"
शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि अब शिक्षकों को केवल शिक्षण पर ही ध्यान केंद्रित करना होगा, इसके लिए कई नवाचार किए गए हैं. धार्मिक गतिविधियों जैसे पूजा-अर्चना, नमाज़ आदि के लिए शिक्षक स्कूल परिसर नहीं छोड़ेंगे. सत्रांत मूल्यांकन में खुलकर अंक देना उचित है, लेकिन यदि कोई छात्र सैद्धांतिक परीक्षा में 40 से कम अंक लाता है, तो वह तो पास हो जाएगा लेकिन उस विषय के शिक्षक को फेल माना जाएगा. इसके अलावा शिक्षकों के लिए कक्षा में मोबाइल लाने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है. साथ ही शिक्षकों को अशैक्षणिक कार्यों से भी मुक्त किया जाएगा.
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