Chittorgarh News: चित्तौड़गढ़ के मेवाड़ क्षेत्र में प्रसिद्ध कृष्ण धाम श्री सांवलिया सेठ मंदिर के मासिक दानपात्र की गिनती पांच चरणों में पूरी हो गई है. बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं, जिससे चढ़ावे की राशि में लगातार वृद्धि हो रही है. इसी के मद्देनजर मंदिर मंडल द्वारा नई दानपेटी का निर्माण भी कराया जा रहा है. इस बार दानपात्र, भेंटकक्ष और ऑनलाइन चढ़ावे से कुल 22 करोड़ 92 लाख 13 हजार 317 रुपए की राशि प्राप्त हुई है. इसके अलावा, भेंटकक्ष और दानपात्र से 665 ग्राम सोना और 133 किलो 654 ग्राम चांदी का चढ़ावा भी मिला है.
पांच चरणों में हुई गिनती
मासिक दानपात्र को गत 28 जनवरी को कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर मंदिर प्रशासनिक अधिकारियों, मंदिर मंडल अध्यक्ष और सदस्यों की उपस्थिति में खोला गया. पहले चरण की गिनती में 8 करोड़ 8 लाख रुपए प्राप्त हुए. इसके बाद 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के कारण गिनती नहीं हो सकी. दूसरे चरण में 30 जनवरी को 4 करोड़ 54 लाख 5 हजार रुपए, तीसरे चरण में 31 जनवरी को 3 करोड़ 70 लाख रुपए की गणना हुई. चार चरणों की कुल गिनती में 16 करोड़ 32 लाख 5 हजार रुपए का चढ़ावा सामने आया.
665 ग्राम सोना और 133 किलो 654 ग्राम चांदी का चढ़ावा आया
गिनती के पांचवें और अंतिम चरण में भेंटकक्ष, कार्यालय और ऑनलाइन प्राप्त चढ़ावे की गणना की गई थी, जिसमें 5 करोड़ 92 लाख 53 हजार 417 रुपए प्राप्त हुए. इस प्रकार, मंदिर के मासिक दानपात्र और भेंटकक्ष से कुल 22.92 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई. इसके अलावा, सोना-चांदी की भी गिनती की गई, जिसमें 665 ग्राम सोना और 133 किलो 654 ग्राम चांदी चढ़ावे में मिली.
पिछले महीने आये थे 23 करोड़ रुपये
पिछले महीने खोले गए मासिक भंडार से करीब 23 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई थी, जो दर्शाता है कि श्रद्धालुओं की आस्था के साथ चढ़ावे की मात्रा भी लगातार बढ़ रही है. मंदिर प्रशासन ने इस धनराशि का सदुपयोग सुनिश्चित करने के लिए उचित प्रबंधन की योजना बनाई है. श्री सांवलिया सेठ मंदिर का यह चढ़ावा मंदिर विकास और धार्मिक सेवा कार्यों में लगाया जाएगा.
यह भी पढ़ें - विधानसभा सत्र के बीच राजस्थान में कैबिनेट बैठक आज, इन जरूरी प्रस्तावों पर लग सकती है मुहर