Rajasthan News: राजस्थान के सवाई माधोपुर में संदिग्ध मौत को लेकर अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां मलारना डूंगर थाना क्षेत्र में शेंषा गांव में एक महीने पहले विवाहिता की संदिग्ध मौत हो गई थी. वहीं इस संदिग्ध मौत के मामले में 15 दिन बाद केस दर्ज किया गया. वहीं अब एक महीने बाद SDM के आदेश पर पोस्टमार्टम कराया गया. आश्चर्य की बात यह है कि अब मौत के एक महीने बाद पुलिस ने कब्र खोदकर शव बाहर निकाला है.
कब्र खोदकर किया गया पोस्टमार्टम
बताया जा रहा है कि विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद मृतका के पीहर पक्ष के लोगों ने एक अप्रैल को पति सहित सास ससुर और ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया था. जिसपर पुलिस ने शेषा गांव के कब्रिस्तान से महिला के शव को बाहर निकाल कर मेडिकल जूरिस्ट नरेंद्र सिसोदिया के नेतृत्व में चार सदस्य चिकित्सा टीम से मौके पर पोस्टमार्टम करवाया.
मां ने करवाया मामला दर्ज
पुलिस उपाधीक्षक एंव जांच अधिकारी उदय सिंह मीणा ने बताया कि 15 मार्च को शेषा गांव में नजराना बानो की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. घटना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची थी, परंतु पीहर और ससुराल पक्ष के लोगों की लिखित सहमति के चलते पुलिस ने महिला का पोस्टमार्टम नहीं करवाया और परिजनों ने महिला के शव को दफना दिया. उसके बाद एक अप्रैल को मृतका नजराना बानो की मां फरसाना बानो ने मृतका के पति, सास, ससुर, देवर और ननद के खिलाफ मलारना डुंगर थाने में दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया . जिसपर एसडीएम के आदेश पर महिला के शव को कब्र से बाहर निकाला गया.
वहीं चार सदस्य मेडिकल बोर्ड ने सुरक्षा व्यवस्था के बीच शव का पोस्टमार्टम किया. सुरक्षा व्यवस्था के मध्यनजर डिप्टी उदय सिंह मीणा के नेतृत्व में मलारना डूंगर थाना अधिकारी जितेंद्र सिंह सोलंकी और कुंडेरा और मलारना डूंगर थाना पुलिस और सवाई माधोपुर से अतिरिक्त पुलिस का जाब्ता कब्रिस्तान में तैनात रहा. उधर महिला के शव को कब्र से निकलने की सूचना के बाद सैकड़ो ग्रामीणों की भीड़ कब्रिस्तान के बाहर खड़ी रही.