Rajasthan News: राजस्थान में बारिश का मौसम शुरू होने के साथ ही मौसमी बीमारियों ने जोर पकड़ लिया है. गर्मी और उमस के बीच रुक-रुक कर हो रही बारिश ने हालात को और गंभीर कर दिया है. शहरों और गांवों में जलभराव की स्थिति ने मच्छरों की तादाद बढ़ा दी है. दूषित पानी और खाने की वजह से उल्टी-दस्त, टाइफाइड और बुखार जैसी बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. भरतपुर संभाग के सबसे बड़े RBM जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि हालात बेकाबू हो रहे हैं.
अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़
RBM अस्पताल में इन दिनों मरीजों की भारी भीड़ उमड़ रही है. रोजाना ढाई हजार से ज्यादा मरीज ओपीडी में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. अस्पताल के सभी वार्ड पूरी तरह भरे हुए हैं और एक भी बेड खाली नहीं है. अस्पताल अधीक्षक डॉ. नगेंद्र भदौरिया ने बताया कि 1 अगस्त से 14 अगस्त तक करीब 30,880 मरीज ओपीडी में इलाज कराने आए. इनडोर वार्डों में भी मरीजों की संख्या इतनी है कि नए मरीजों को भर्ती करने में दिक्कत हो रही है. नए अस्पताल भवन में व्यवस्था शुरू न होने से यह समस्या और बढ़ गई है.
निजी अस्पतालों की ओर रुख कर रहे मरीज
बेड की कमी के कारण कई मरीजों को अस्पताल से वापस लौटना पड़ रहा है. मजबूरी में लोग निजी अस्पतालों में इलाज कराने को मजबूर हैं. इससे आम लोगों को आर्थिक और मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. खांसी, बुखार और डायरिया के मरीजों की संख्या में खासा इजाफा हुआ है. चिकित्सकों के मुताबिक, उल्टी, दस्त, पेट दर्द और बुखार गैस्ट्रोएंटेराइटिस जैसे रोगों के आम लक्षण हैं.
स्वास्थ्य विभाग की सलाह
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से बीमारियों से बचने के लिए कई जरूरी सुझाव दिए हैं. उबला या फिल्टर किया हुआ पानी पीने, बासी खाना न खाने और खाना बनाने व खाने से पहले हाथ धोने की सलाह दी गई है. इसके अलावा, घर और आसपास साफ-सफाई रखने और पानी जमा न होने देने की हिदायत दी गई है.
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