Rajasthan News: राजस्थान के जैसलमेर जिले के डांगरी गांव में हुए खेत सिंह हत्याकांड के बाद से हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं. बुधवार को यहां कुछ दुकानों में आग लगा दी गई थी, जिसकी राख से निकलता धुआं आज भी गांव में फैले डर की कहानी बयां कर रहा है. इस घटना से ग्रामीण इतने सहमे हुए हैं कि वे अपने घरों से बाहर निकलने में भी डर रहे हैं. डांगरी गांव में तनाव का माहौल साफ महसूस किया जा सकता है.
'बड़े लोगों को मार सकते हैं तो हमें भी डर लग रहा है'
गीता नाम की एक महिला ने बताया, 'हमें पता नहीं बाजार में क्या हुआ. हम तो डर के मारे घर से बाहर ही नहीं आए.' उन्होंने आगे कहा कि खेत सिंह ने शिकार करने आए कुछ लोगों को रोका था, तो उन्होंने उसे मार दिया. जब वे बड़े लोगों को मार सकते हैं, तो हमें भी डर लग रहा है.
जैसलमेर में युवक की पीट-पीटकर हत्या के बाद तनाव है और लोग घरों से बाहर निकले में डर रहे हैं.
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ग्रामीणों में डर- घर से बाहर निकले तो मारपीट होगी
ग्रामीण कान सिंह ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि खेत सिंह अपने पशुओं के बाड़े में सो रहे थे, जब हमलावरों ने उन पर हमला कर दिया और पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी. उन्होंने यह भी कहा कि ग्रामीणों में एक तरह का डर है कि मुस्लिम लोग उनके साथ मारपीट कर सकते हैं.
'घर से बाहर निकलने पर मारपीट हो सकती है.'
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गांव में पुलिस का कड़ा पहरा, DM-SP कर रहे निगरानी
गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस लगातार गश्त कर रही है. पुलिस और प्रशासन के तमाम बड़े अधिकारी, जिनमें जिले के कलेक्टर और एसपी भी शामिल हैं, डांगरी गांव में मौजूद हैं और हालात पर नजर बनाए हुए हैं. फिलहाल, स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस बल की भारी तैनाती की गई है.
डांगरी गांव में किसी बाहरी व्यक्ति को आने की इजाजत नहीं दी जा रही है.
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हिरण का शिकार करने से रोकने पर हत्या
जैसलमेर के डांगरी गांव में खेत सिंह नाम के एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. वह सुमेलनगर का रहने वाला था और अपने खेत में भेड़-बकरियां चराने का काम करता था. कुछ दिन पहले उसकी कुछ शिकारियों से बहस हो गई थी. खेत सिंह ने उन लोगों को हिरण का शिकार करने से रोका था. इसी रंजिश के चलते मंगलवार-बुधवार की रात जब खेत सिंह अपने पशुओं के बाड़े के पास सो रहा था, तब Swift कार में आए कुछ हमलावरों ने धारदार हथियारों से उस पर हमला कर दिया.
मृतक खेत सिंह का फाइल फोटो.
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हमले में खेत सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया. परिजनों को सुबह घटना की जानकारी मिली, जिसके बाद उसे फतेहगढ़ PHC ले जाया गया. हालत गंभीर होने के कारण उसे बाड़मेर के राजकीय अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
'चेन, अंगूठी, नकदी भी लूटी'
मृतक के भाई स्वरूप सिंह ने बताया कि हमलावरों ने खेत सिंह के गले की चेन, अंगूठी और कुछ नगदी भी लूट ली थी. खेत सिंह ने अस्पताल में पुलिस को दिए पर्चा बयान में आरोपियों के नाम भी बताए थे.
4 हमलावर होने का शक, 3 गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों लाडू खान, आलम खान और खेते खान को हिरासत में ले लिया है. पुलिस ने उनकी कार को भी जब्त कर लिया है. हालांकि, मृतक के परिजन और सर्व समाज के लोग आरोपियों की संख्या चार बताते हुए सभी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
पोस्टमार्टम हुआ पर अंतिम संस्कार नहीं
खेत सिंह के शव का बाड़मेर अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया है. परिजनों ने शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने की सहमति दे दी थी. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा है कि सर्व समाज के लोगों से बात करने के बाद ही शव को उठाने का अंतिम फैसला लिया जाएगा.
गांव में तनाव, दुकान में आग लगाई
खेत सिंह की हत्या के बाद डांगरी गांव में तनाव बढ़ गया है. बताया जा रहा है कि बुधवार शाम आक्रोशित ग्रामीणों ने दूसरे पक्ष की एक टायर-ट्यूब की दुकान में आग लगा दी. इसके बाद हालात और भी ज्यादा बिगड़ गए. पुलिस अधीक्षक अभिषेक शिवहरे ने बताया कि हालात अब नियंत्रण में हैं, लेकिन किसी भी बाहरी व्यक्ति को गांव में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है.
सियासी हलचल तेज, विधानसभा में गूंजेगा मुद्दा
इस घटना पर सियासी हलचल भी तेज हो गई है. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने X (ट्विटर) पर पोस्ट कर घटना पर दुख जताया और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिया. उन्होंने लिखा कि ऐसी घटनाओं का लोकतांत्रिक समाज में कोई स्थान नहीं है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
शिव विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने भी विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया. उन्होंने कहा कि इस जघन्य हत्या ने पूरे क्षेत्र में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है. उन्होंने सरकार से दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की, ताकि जनता का कानून-व्यवस्था पर विश्वास कायम रहे.
शांति बनाए रखने की कोशिशें जारी
फिलहाल, पुलिस और प्रशासन के बड़े अधिकारी, जिनमें कलेक्टर प्रताप सिंह और एसपी अभिषेक शिवहरे भी शामिल हैं, मौके पर मौजूद हैं और शांति बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं.
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