राजस्थान में स्मैक किंग को एंटी नारकोटिक्स फोर्स ने दबोचा, नई-नई गर्लफ्रेंड और पत्नी की चालाकी से हुआ खुलासा 

राजस्थान में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने नशे के बड़े कारोबार को झटका देते हुए एक कुख्यात तस्कर को पकड़ा है. जिस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था और वह पुलिस की नजर में एक बड़ा नाम था.

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राजस्थान में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने एक बड़े तस्कर को पकड़ लिया.

Rajasthan News: राजस्थान की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने नशे के बड़े कारोबार को झटका देते हुए एक कुख्यात तस्कर को पकड़ा है. यह कार्रवाई मारवाड़ क्षेत्र में हुई जहां टीम ने स्मैक के धंधे में लिप्त जितेंद्र नाम के आरोपी को हिरासत में लिया. जितेंद्र पर पहले से ही 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था और वह पुलिस की नजर में एक बड़ा नाम था. इस गिरफ्तारी से नशे की सप्लाई चेन पर गहरा असर पड़ सकता है.

ऑपरेशन जिस्मीना: तस्कर का अंतिम सफर

एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने 'ऑपरेशन जिस्मीना' चलाकर जितेंद्र को दबोचा. आरोपी लंबे समय से कुख्यात तस्कर प्रकाश के साथ मिलकर स्मैक का धंधा चला रहा था. हर महीने वह 20 किलो से ज्यादा स्मैक पश्चिमी राजस्थान और आसपास के कई जिलों में सप्लाई करता था. इस कारोबार से जितेंद्र को 50 लाख रुपये की कमाई होती थी. उसका लक्ष्य हर महीने इससे भी ज्यादा मुनाफा कमाना था.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक जितेंद्र पश्चिमी राजस्थान का एक प्रमुख स्मैक तस्कर था जिसकी पहुंच दूर-दूर तक फैली हुई थी. हालांकि इतनी बड़ी मात्रा में स्मैक वह कहां से लाता था यह अभी जांच का मुख्य विषय बना हुआ है. टीम इस नेटवर्क को पूरी तरह उजागर करने की कोशिश में जुटी है.

पत्नी का प्लान और पुलिस की चालाकी

जितेंद्र पुलिस से बचने के लिए चालाकियां अपनाता था. उसने अपनी पत्नी को छोड़ दिया और नई-नई गर्लफ्रेंड बनाकर घूमता रहता था. लेकिन पत्नी को उसके इन अय्याशियों की खबर लग गई. वह जितेंद्र को उसकी गर्लफ्रेंड से अलग करना चाहती थी. साथ ही एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की कार्रवाई से बचाने के लिए पत्नी ने उसे बेंगलुरु शिफ्ट होने की सलाह दी.

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जितेंद्र ने एक ट्रैवल एजेंसी से टिकट बुक कराया और बस से जाने की तैयारी की. लेकिन एंटी नारकोटिक्स टीम को पत्नी की इस योजना की भनक लग गई. टीम ने बाड़मेर के रास्ते में एक निजी ट्रैवल्स बस को रुकवाया जहां जितेंद्र छिपकर बैठा था. बस रुकते ही टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. यह पूरी कार्रवाई इतनी तेजी से हुई कि आरोपी भागने का मौका भी नहीं पा सका.

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