राजस्थान में गुर्जर समाज ने दी महाआंदोलन की चेतावनी... सरकार को दो महीने का अल्टीमेटम, महापंचायत ने लिया फैसला

राजस्थान में टोंक जिले के छोटू गुर्जर की संदिग्ध मौत पर गुर्जर समाज ने महापंचायत और प्रदर्शन किया. जिस पर प्रशासन को दो महीने का अल्टीमेटम दिया गया और दिवाली के बाद महाआंदोलन की चेतावनी दी गई. 

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छोटू मर्डर को लेकर टोंक जिले में गुर्जर समाज और प्रशासन के बीच बातचीत हुई.

Rajasthan News: राजस्थान के टोंक जिले में बरौनी थाना क्षेत्र के सोहेला गांव में 16 सितंबर 2024 को छोटू गुर्जर की संदिग्ध मौत के मामले को लेकर गुर्जर समाज ने बुधवार को जोरदार प्रदर्शन किया. गांव में आयोजित महापंचायत में जिला प्रशासन के किसी प्रतिनिधि के न पहुंचने और पुराने समझौते की मांगें पूरी न होने से नाराज समाज के लोग सड़कों पर उतर आए. गुस्साए लोगों ने नेशनल हाइवे-52 को जाम करने की योजना बनाई जिसके चलते प्रशासन में हड़कंप मच गया.

पुलिस और प्रशासन ने की वार्ता

हाइवे जाम की आशंका को देखते हुए पीपलू एसडीएम गनराज बड़गोती टोंक एडिशनल एसपी बृजेन्द्र सिंह भाटी और सिटी सीओ राजेश विद्यार्थी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. करीब डेढ़ घंटे की वार्ता के बाद गुर्जर समाज के प्रतिनिधियों के साथ सहमति बनी.

प्रशासन ने मृतक के एक परिजन को संविदा नौकरी छोटू गुर्जर की मौत की जांच के लिए दो महीने का समय और एक डेयरी बूथ देने का वादा किया. इसके बाद समाज ने हाइवे जाम का फैसला टाल दिया.

दिवाली के बाद महाआंदोलन की चेतावनी

महापंचायत में गुर्जर समाज के नेताओं ने साफ चेतावनी दी कि अगर दो महीने में समझौते की मांगें पूरी नहीं हुईं तो दिवाली के बाद बड़ा आंदोलन किया जाएगा. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि छोटू गुर्जर की मौत की जांच में देरी और प्रशासन की उदासीनता से समाज में गहरा आक्रोश है.

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शांतिपूर्ण प्रदर्शन से प्रशासन ने ली राहत की सांस

प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से खत्म होने पर पुलिस और प्रशासन ने राहत की सांस ली. समाज के लोगों का कहना है कि वे न्याय के लिए लगातार संघर्ष करेंगे और प्रशासन को अपनी मांगें मनवाने के लिए दबाव बनाए रखेंगे.

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