Rajasthan Crime: राजस्थान के ब्यावर में सांकेत नगर थाना क्षेत्र के अतीतमंड गांव में रविवार (16 मार्च) देर रात को लक्ष्मणराम मेघवाल के दो बेटे जयदेव (13) और भावेश (11) की लाश घर में ही रखे टंकी में मिली. घटना की जानकारी मिलते ही गांव में सनसनी फैल गई. बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर इकट्ठ हो गए. सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और शवों को राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय (एकेएच) की मोर्चरी में रखवा दिया.
परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
सोमवार (17 मार्च) सुबह परिजनों और ग्रामीणों ने बच्चों की हत्या की आशंका जताते हुए मुआवजे और पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड की निगरानी में करवाने की मांग की. पुलिस के समझाने के बाद पिता लक्ष्मणराम ने तहरीर दी, जिसमें बताया कि घटना के समय वे और उनकी पत्नी खेत पर थे. उनकी बेटी ने फोन कर भाइयों के लापता होने की सूचना दी, तो उन्होंने तलाश शुरू की. आखिर में घर में गेंहू भरने के लिए रखी लोहे की कोठी खोलने पर दोनों भाइयों के शव मिले.
खदान में मिले खून के निशान
लक्ष्मणराम ने बच्चों के शरीर पर चोटों और रगड़ के निशान होने के चलते हत्या की आशंका जताई, और उच्चस्तरीय जांच की मांग की. इसी बीच, घर के पास एक खदान में पत्थरों पर खून के निशान मिले, जिससे ग्रामीणों को संदेह हुआ कि हत्या कहीं और करके शवों को घर में रख दिया गया. पुलिस इस पहलू पर भी जांच कर रही है.
चार डॉक्टरों का मेडिकल बोर्ड गठित
डिप्टी एसपी राजेश कसाना ने प्रशासन को परिजनों की मांग से अवगत कराया, जिसके बाद चार डॉक्टरों का मेडिकल बोर्ड गठित कर शवों का पोस्टमार्टम करवाया गया. तहसीलदार हनुतसिंह ने नियमानुसार आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया, जिसके बाद परिजन शवों को लेकर गांव रवाना हुए. मौके पर भाजपा नेता महेंद्रसिंह रावत समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे.
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