Rajasthan: चित्तौड़गढ़ के देवदा गांव के लोग कथित आसुरी शक्तियों के प्रभाव को खत्म करने के इरादे से 3 दिन तक अपने खेत और कुएं पर रहेंगे. वो 3 दिन बाद ही धार्मिक रीति-रिवाज के साथ गांव में ग्रामीण अपने घरों में प्रवेश करेंगे. मामला चित्तौड़गढ़ जिले के बड़ीसादड़ी ब्लॉक क्षेत्र देवदा गांव का है. ग्रामीणों ने बाकायदा प्रशासन को भी इस बारे में सूचना दी है. हालांकि, युवा टीम रात्रि के समय गांव में गश्त करेगी. मामला आस्था से जुड़ा हुआ है.
ग्रामीणों ने चंदे से हनुमानजी का मंदिर बनवाया
देवदा गांव वालों का कहना है कि 36 कौम के लोगों ने अपने सामर्थ्य के अनुसार चंदा देकर करीब 15 लाख रुपए से गांव में हनुमानजी का नया मंदिर बनवाया. मंदिर में हनुमानजी की प्रतिमा स्थापित कर प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. गांव के लोगों का कहना है कि गांव में आसुरी शक्तियों का साया है, इसका प्रभाव खत्म करने के लिए गांव के सभी लोग, बूढ़े, जवान, बच्चे, महिलाएं और पुरुष अपने घर छोड़कर 3 दिन के लिए गांव से बाहर रहेंगे.
खेतों में टेंट लगाकर 3 दिन रहेंगे गांव के लोग
गुरुवार (27 मार्च) दोपहर 1 बजे से 4 बजे बीच घर छोड़ने का मुहूर्त है. लोग गांव की सरहद पर अपने खेतों में टेंट लगाकर 29 मार्च तक रहेंगे. यहीं ग्रामीणों का खाना-पीना, उठना-बैठना और रात्रि विश्राम होगा. 30 मार्च को श्रीमद्भागवत कथा के प्रवचन करने वाले संत अननंतराम शास्त्री के साथ ग्रामीण खेतों से वापस अपने गांव में प्रवेश करेंगे. इस दौरान बैंड-बाजों के साथ भजन-कीर्तन करते हुए कथा स्थल पर पहुंचेंगे.
15-15 युवकों की टोली रात में देगी पहरा
ग्रामीणों के घरों को छोड़कर खेतों पर रहने के दौरान गांव के 15-15 युवकों की टोली बनाकर गांव में रात भर पहरा देंगे. देवदा गांव के एक ग्रामीण प्रतिनिधिमंडल ने बड़ी सादड़ी पुलिस थाना पर जाकर गांव में गश्त करने के लिए भी अर्जी दी है.
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