Rajasthan Weather: राजस्थान में बीते दिनों से भीषण गर्मी और लू से लोग बेहाल हैं. पारा लगातार 40 के पार बना हुआ है. ऐसे में आगामी दिनों में राजस्थान के कुछ इलाकों में राहत की खबर सामने आई है. जयपुर मौसम केंद्र ( Jaipur Mausam Kendra) के अनुसार उत्तर और पश्चिमी राजस्थान भीषण लू की स्थिति में कमी आ सकती है. 48 घंटों में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने की संभावना है. क्योंकि पूर्व-पश्चिमी राजस्थान के उत्तरी जिलों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण तूफान आने की संभावना है. जिसके कारण आगामी 72 घंटों में कहीं -कहीं आंधी बारिश की संभावना जताई गई है.
पूर्वी राजस्थान हल्की बूंदा - बांदी से मिली राहत
वहीं, बीते दिन के तापमान की बात करें तो पूर्वी राजस्थान के लोगों को हीटवेव से थोड़ी राहत मिली, क्योंकि इन इलाकों में कहीं- कहीं हल्की बूंदा बांदी दर्ज की गई. वहीं पश्चिमी राजस्थान में मौसम पहले की तरह शुष्क ही बना रहा. वहीं रात में अजममेर जयपुर, जोधपुरऔर बिकानेर के कुछ संभागों में उषण लहर भी दर्ज की गई.
नए पश्चिमी विक्षोभ से बदला मौसम
इसी के साथ एक नए पश्चिमी विक्षोभ ( Western Disturbance) के सक्रिय होने से जयपुर, भरतपुर और बीकानेर संभागों के कुछ भागों में 31 मई से 2 जून के दौरान मेघगर्जन, तेज आंधी के साथ 40 से 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना जताई गई है. इसी के साथ अलवर , सवाईमाधोपुर और टोंक जिले के आसपास इलाकों के लिए तोज हवाओं के साथ बारिश का योलो अलर्ट जारी किया है.
श्रीगंगानगर रहा सबसे अधिक गर्म
मरुधरा के बढ़ते तापमान की बात करें तो राज्य में सबसे अधिक तापमान श्रीगंगानगर में 47.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5.1 डिग्री अधिक रहा। सबसे कम तापमान चूरू में 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 6.7 डिग्री अधिक रहा। वहीं, राज्य के अधिकांश हिस्सों में हवा में औसत आर्द्रता 15 से 30 फीसदी के बीच दर्ज की गई, यानी वातावरण में नमी बरकरार रही.
48 घंटों में 2 - 3 डिग्री तक गिरेगा पारा
वहीं अधिकतम तापमान को लेकर जयपुर मौसम केंद्र की ताजा जानकारी के अनुसार, पिछले 24 घंटों में राज्य के कुछ भागों में अधिकतम तापमान में 1 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है. इसी के साथ ही आगामी 48 घंटों में भी 2 - 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने की संभावना है. जिससे अधिकांश भागों में 1 जून से उष्ण लहर से राहत मिलने की प्रबल संभावना जताई गई है. वहीं बीकानेर संभाग के कुछ भागों में राहत मिलने के आसार कम है, क्योंकि यहां अभी उष्ण लहर जारी रहने की संभावना है.