राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश और आंधी, IMD ने जारी किया कई जिलों में अलर्ट 

जाते-जाते मानसून फिर एक बार कहर बरपा रहा है. करीब 20 दिन पूर्व बारिश का दौर धौलपुर जिले में थम गया था. खेत खलियान से पानी सूख रहा था. जिले के किसान रवि की सरसों गेहूं आलू मटर आदि फसलों की तैयारी में जुट गए थे, लेकिन यह बारिश अरमानों पर पानी फेर रही है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Rain In Rajasthan: राजस्‍थान में मौसम का म‍िजाज बदल गया है. धौलपुर, रींगस, भरतपुर, कोटपूतली, सीकर और कोटा में बार‍िश से तापमान कम हो गया है. लोगों को गर्मी से राहत म‍िली है. हलाँकि बारिश की वजह से रबी की फसल को नुक़सान भी हुआ है. अगर तेज बारिश हुई तो किसानों की परेशानी फिर बढ़ सकती है. मौसम व‍िभाग ने बार‍िश का ऑरेंज ओर येलो अलर्ट जारी क‍िया है. 

जानकारी के मुताबिक मौसम विभाग पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में लगातार बारिश की चेतावनी दे रहा था. धौलपुर में दोपहर के बाद बूंदाबांदी का दौर शुरू हो गया. 3:30 बजे के बाद जोरदार मूसलाधार बारिश हुई है. किसान विनीत कुमार शर्मा ने बताया शारदीय नवरात्रों में किसानों ने रवि की सरसों फसल की बुवाई की शुरुआत कर दी थी. सरसों की फसल का खेत में अंकुरित होना भी शुरू हो गया था, लेकिन आसमानी आफत के कहर से अन्नदाता फिर एक बार परेशानी में आ गया है.

किसान के लिए बड़ी मुसीबत

बरसात के इस सीजन में खरीफ की फसल पहले ही बर्बाद हो चुकी थी. किसने की उम्मीद रबी फसल पर टिकी हुई थी. लेकिन बारिश का दौर रुकने के बाद फिर एक बार बारिश का होना अन्नदाता किसान के लिए सबसे बड़ी मुसीबत बन गया है. सरसों फसल की बुवाई कर चुके किसानों को भारी नुकसान होगा. जिस अनुपात में बारिश हुई है उसे नहीं लगता कि फसल खेतों में उगकर तैयार हो पाएगी.

Advertisement

मानसून जैसी हुई बारिश

जाते-जाते मानसून फिर एक बार कहर बरपा रहा है. करीब 20 दिन पूर्व बारिश का दौर धौलपुर जिले में थम गया था. खेत खलियान से पानी सूख रहा था. जिले के किसान रवि की सरसों गेहूं आलू मटर आदि फसलों की तैयारी में जुट गए थे. लेकिन विदाई ले रहे मानसून ने फिर एक बार अन्नदाता किसान को परेशानी में खड़ा कर दिया है. बुधवार को इतनी जोरदार बारिश हुई है कि बरसात के सीजन में भी इस तरह की बारिश देखने को नहीं मिली है. करीब 2 घंटे तक तूफान के साथ हुई जोरदार बारिश में धौलपुर शहर को पानी पानी कर दिया. शहर से लेकर गांव तक जल भराव के हालत बन गए.

यह भी पढ़ें- 300 KG का चेहरा, 40 फ़ीट की जूतियां, 50 फीट की तलवार...कोटा में बन रहा दुनिया का सबसे बड़ा 'रावण'

Advertisement