Rajasthan Weather: गरज के साथ बरसेंगे बादल, राजस्थान में अगले 5 दिन इन जिलों में होगी बारिश

Rajasthan Weather Today: सोमवार के मौसम की बात की जाए तो पूर्वी राजस्थान से लेकर पश्चिमी राजस्थान तक के किसी भी जिलों में बारिश के आसार कम है.

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Weather Today in Rajasthan: प्रदेश में बारिश (Rajasthan Rain) का दौर अब धीरे-धीरे धीमा पड़ रहा है. अगले चार-पांच दिन तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिम और उत्तर प्रदेश में बना कम दबाव का क्षेत्र अब कमजोर पड़ गया है. इसे मानसून (Monsoon) की वापसी का संकेत माना जा रहा है.वहीं, मानसून की गति धीमी पड़ने से अधिकांश जगहों पर अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है.

24 घंटों में कैसा रहा मौसम

जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र (IMD, Jaipur) के अनुसार सोमवार को 24 घंटों के दौरान पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और मेघगर्जन के साथ बौछारें दर्ज की गईं. जबकि पश्चिमी राजस्थान में मौसम अधिकतर शुष्क रहा. इस दौरान सबसे अधिक सात मिलीमीटर बारिश कुंवारिया (राजसमंद) में दर्ज की गई. मौसम केंद्र के अनुसार अगले दो-तीन दिन तक राज्य में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है. 

अगले दो-तीन दिन मौसम रहेगा शुष्क

मौसम विभाग के अनुसार, रविवार से उत्तर पश्चिम और उत्तर प्रदेश में बने कम दबाव के क्षेत्र के कमजोर पड़ने से अगले दो-तीन दिन मौसम शुष्क रहेगा. लेकिन उसके बाद मंगलवार 17 और बुधवार 18 सितंबर को पूर्वी राजस्थान के कुछ जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है.मौसम विभाग ने मंगलवार 17 सितंबर को करीब 8 जिलों और बुधवार 18 सितंबर को 13 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.

 200 से ज़्यादा गांवों में जलभराव 

इस बार मानसून ने प्रदेश में जमकर कहर बरपाया है. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों के 200 से ज्यादा गांव जलमग्न हो गए हैं. सामान्य से ज्यादा बारिश होने से प्रदेश में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं. मौसम विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक 6 जिलों में सामान्य से दोगुनी बारिश हुई है. पानी की आवक के चलते प्रदेश के 691 छोटे-बड़े बांधों में से 350 से ज्यादा ओवरफ्लो हो गए हैं. भारी बारिश के चलते प्रदेश के किसानों की खरीफ फसलों को भारी नुकसान हुआ है. खरीफ सीजन में इस बार 1 करोड़ 64 लाख हेक्टेयर के लक्ष्य की जगह 1 करोड़ 59 लाख हेक्टेयर में ही बुवाई हो पाई है. लेकिन मूसलाधार बारिश के चलते बाजरा, ज्वार, दलहन, तिलहन कपास और सोयाबीन की फसलों को काफी नुकसान हुआ है.

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