Rain In Rajasthan: मानसून की धमाकेदार एंट्री के बाद हाडोती में भी लगातार बारिश का दौर जारी है. हाड़ोती की प्रमुख नदियां चंबल, पार्वती, परवन और कालीसिंध कई नदियों में अब उफान आने लगा है. इटावा क्षेत्र में पिछले दो दिन से हो रही बारिश से नदी नालों में उफान आ गया है. इसके चलते NH-70 पर खातोली पार्वती नदी के पुल पर शनिवार सुबह करीब 2 फीट पानी की चादर चलने के बाद राजस्थान व मध्यप्रदेश के बीच सीधा संपर्क कट गया है.
इसके बाद कोटा - श्योपुर - ग्वालियर मार्ग पर आवागमन बंद होने के बाद अब वाहन चालकों को मांगरोल होते हुए करीब 100 किमी का फेरा लगाकर मध्यप्रदेश के श्योपुर और बड़ौदा तक सफर करना पड़ रहा है. हालांकि यहां पार्वती नदी पर नए हाई लेवल पुल का कार्य भी अंतिम चरण में है. मगर अभी काम पूरा होने से वाहन चालकों को इंतजार करना पड़ेगा.
इटावा क्षेत्र में इस बार मानसून की पहली बारिश जबरदस्त तरीके से हुई है क्षेत्र में लगातार दो दिनों से बारिश हो रही है यहां दो दिन में साढ़े सात इंच बारिश रिकार्ड की गई है. जिसके चलते नदी नालों में पानी की तेजी से आवक बढ़ रही है.
कोटा में भी प्रशासन अलर्ट
भारी बारिश के मद्देनजर कोटा में भी प्रशासन अलर्ट मोड पर है. जिला प्रशासन की टीम चंबल नदी से सटे निचले इलाकों में लोगों को भारी बारिश होने की स्थिति और कोटा बैराज बांध से होने वाली पानी की भारी निकासी के लिए पहले से ही तैयारी में जुटी हुई है. जिन इलाकों में जल भराव होता है उन्हें चिन्हित किया जा रहा है. साथ ही लोगों को जल भराव की स्थिति में शिफ्ट किए जाने वाली जगह के बारे में भी स्थानीय स्तर पर टीमें नियुक्त कर दी गई हैं. जिला कलेक्टर रविंद्र गोस्वामी ने भी कोटा शहर के चंबल नदी से सटे निचले इलाकों का अधिकारियों के साथ दौरा कर विशेष निर्देश दिए हैं.
SDRF, सिविल डिफेंस और नगर निगम की टीम अलर्ट मोड पर
हाड़ोती क्षेत्र में भी ऑरेंज अलर्ट जारी होने के बाद से जिला प्रशासन ने बचाव दल को अलर्ट मोड पर रखा है. जिन इलाकों में जल भराव होता है वहां पर बचाव कर्मी तुरंत पहुंचकर लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल सके इसके लिए टीमों को अलर्ट कर दिया गया है. एसडीआरएफ की टीम के साथ-साथ सिविल डिफेंस और नगर निगम के बचाव दल भी अलर्ट मोड पर हैं. कोटा दक्षिण में उत्तर निगम में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिए गए हैं जहां 24 घंटे कर्मचारियों को तैनात किया गया है.
वहीं जिला प्रशासन चंबल नदी पर बने बांधों पर पानी की आवक को लेकर लगातार मॉनीटरिंग कर रहा है जैसे ही चंबल नदी पर बने गांधी सागर महाराणा प्रताप और जवाहर सागर बांध से पानी की निकासी शुरू होगी उसके मध्य नजर कोटा में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम को सुनिश्चित किया जा रहा हैं.
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