Rajasthan News: राजस्थान में लगातार भारी बारिश के बाद हालात बिगड़े गए हैं. जयपुर, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, झालावाड़ समेत कई जिलों में सबसे ज्यादा बारिश ने तबाही मचाई है. लगातार बारिश से निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है और स्थानीय प्रशासन ने मदद के लिए सेना सहित अन्य एजेंसियों की मदद ली है. कोटा और बूंदी जिले के कई केंद्रों पर 24 अगस्त को होने वाली RSCIT परीक्षा निरस्त करनी पड़ी. टोंक के देवली में जयपुर-कोटा हाईवे पर पानी भर गया और कोटा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक रोकना पड़ा.
कई गांव पानी में डूबे
शनिवार दिन में करौली में 41.5 मिलीमीटर, अंता-बारां व चित्तौड़गढ़ में 39 मिमी, दौसा में 33.5 मिमी, जयपुर में 29.5 मिमी, वनस्थली में 20.4 मिमी, कोटा में 18 मिमी, भीलवाड़ा में 17 मिमी, पिलानी व सीकर में 15 मिमी व अजमेर में 10.8 मिमी बारिश हुई. लगातार बारिश से कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, अलवर, करौली व दौसा सहित कई जिलों में कई पानी में डूब गए और उनका संपर्क पूरी तरह कट गया. इसके बाद लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
ओम बिरला, बेढम और किरोड़ी ने किया दौरा
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को बूंदी के केशोरायपाटन में जलभराव से प्रभावित बस्तियों का दौरा किया. ओम बिरला के अलावा कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा और गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने सवाई माधोपुर जिले के जलभराव वाले इलाकों का दौरा किया. कोटा व बूंदी में प्रशासन ने राहत व बचाव कार्यों के लिए सेना के जवानों की मदद ली है.
तेज बारिश के चलते प्रदेश के कई बांधों के गेट खोले गए हैं. करौली के पांचना बांध से 17,496 क्यूसेक, बीसलपुर से 72,120 क्यूसेक, ईसरदा से 14,780 क्यूसेक, कालीसिंध से 8161 क्यूसेक और कोटा बैराज से 12,344 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. बारी बारिश के कारण रेलवे ट्रैक भी प्रभावित हुए हैं. बूंदी के लबान के पास दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक के नीचे की मिट्टी बह गई जिसके बाद कई ट्रेनों को नजदीकी स्टेशनों पर रोकना पड़ा.
रविवार को 2 जिलों में बारिश का रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने रविवार को कोटा और बूंदी जिले के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा बारां, झालावाड़, टोंक, भीलवाड़ा, अजमेर, नागौर और पाली में ऑरेंज अलर्ट है, जबकि अन्य जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग का कहना है कि 25 अगस्त तक बारिश का यह दौर जारी रह सकता है.
बता दें कि प्रदेश में इस बार मानसून सामान्य से ज्यादा सक्रिय है. 1 जून से 22 अगस्त तक औसतन 336.5 मिमी बरसात होती है जबकि इस बार 476.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है यानी अब तक 42 फीसदी ज्यादा बरसात हो चुकी है. लगातार बारिश से कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं.
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