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राजस्थान के इस ज़िले में आग उगल रहा सूरज, सितंबर में गर्मी ने तोड़ा 74 साल का रिकॉर्ड

पश्चिमी राजस्थान में शनिवार को गर्मी ने 74 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया. सितंबर महीने में यहां 43.5 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया. मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार अगले दो दिन में छिटपुट बारिश होने जबकि अधिकांश स्थानों पर मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना है.

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तेज धूप और गर्मी से बचते लोग (फाइल फोटो)
जैसलमेर:

राजस्थान के कई जिलों में बीते कुछ से भीषण गर्मी पड़ रही है. खास कर पश्चिमी राजस्थान में. भीषण गर्मी के कारण फसलें बर्बाद हो रही है. इस कारण किसान सड़कों पर हैं. भीषण गर्मी के बीच बिजली की लचर आपूर्ति ने लोगों की परेशानी को और बढ़ा दिया है. हालांकि बीते दो-तीन दिनों से राजस्थान के अलग-अलग जिलों में शुरू हुई बारिश से लोगों ने राहत की सांस ली है. लेकिन पश्चिमी राजस्थान में सूरज अब भी आग उगल रहा है. पश्चिमी राजस्थान में ऐसी भीषण गर्मी पड़ रही है कि शनिवार 9 सितंबर को यहां गर्मी ने 74 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. गर्मी का यह रिकॉर्ड सरहदी जिले जैसलमेर में टूटा है.

आज 9 सितंबर 2023 को जैसलमेर की गर्मी ने पिछले 74 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. साल 1949 के सितंबर माह की 10 तारीख को पारा रिकॉर्ड 43.3 डिग्री सेल्सियस था जबकि आज 43.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया.

आमतौर पर सितंबर के महीने में तापमान औसतन 34 डिग्री के करीब रहता है, लेकिन इस बार मौसम में हुए अचानक बदलाव के कारण सितंबर महीने में तापमान करीब 44 डिग्री तक पहुंच गया. भीषण गर्मी के कारण जैसलमेर और आस-पास गांव के इलाक़े में रहने वाले लोगों पर इसका काफी असर देखने को मिल रहा है.

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आग उगलती गर्मी की वजह से शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा है. सड़क पर एक दुक्के लोग ही चलते दिखाई देते हैं. पर्यटन नगरी के रूप में विख्यात स्वर्ण नगरी जैसलमेर में बाहर से आए पर्यटक भी भयंकर गर्मी से परेशान हैं.

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सितंबर महीने में औसतन 34 डिग्री रहता है तापमान 

पश्चिमी राजस्थान में अगस्त-सितंबर के महीने में बारिश के मौसम के होते हैं, और इन महीनों में अधिकतम तापमान 30 से 32 डिग्री के बीच होता है.  लेकिन इस बार मौसम में आए बदलाव के कारण यहां का तापमान अपना रौद्र रूप व तीखे रंग दिखा रहा है ।पिछले डेढ़ महीने का लंबा समय बीतने के पश्चात भी सावन भादो महीने में मानसून की बरसात नहीं होने से लगातार गर्मी है.

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आमतौर पर सितंबर के महीने में तापमान औसतन 34 डिग्री के करीब रहता है, लेकिन इस बार मौसम में हुए अचानक बदलाव के कारण सितंबर में तापमान करीब 44 डिग्री तक पहुंच गया.

जलवायु परिवर्तन है कारण, बरसात ने भी मुंह मोड़ा 

मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉ. हिमांशु शर्मा ने NDTV राजस्थान इस भीषण गर्मी के बारे में बात की.
उन्होंने बताया कि, पश्चिमी राजस्थान में लगातार जलवायु परिवर्तन हो रहा है. सितंबर के महीने में अमूमन यहां इतना तापमान नहीं रहता है. लेकिन इस बार यहां का तापमान 44 डिग्री के करीब पहुंच गया है. किसान वर्ग और पशुपालक वर्ग सहित ग्रामीण वर्ग के लोगों का जनजीवन काफी प्रभावित हो रहा है. आने वाले समय में इसके काफी दुष्परिणाम भी सामने आ सकते हैं.

एक-दो दिन में हो सकती है बरसात 

केंद्र के मुताबिक पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, जोधपुर संभागों में आगामी दो दिन केवल छुटपुट हल्की बारिश होने जबकि अधिकांश स्थानों पर मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना है. पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में अधिकतम तापमान आगामी दो दिनों के दौरान 42-43 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.

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