Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ (Rajendra Singh Rathore) ने जातिगत सर्वेक्षण (Caste Survey in Rajasthan) कराने के मुद्दे पर कांग्रेस (Congress) पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला है. राठौड़ ने कहा, 'कांग्रेस को जातिगत सर्वेक्षण की याद बहुत विलंब से आई है. अब जब जनाधार खिसकने लगा तब कांग्रेस को जातिगत सर्वेक्षण याद आया है.'
'सिर्फ ध्यान भटका रही कांग्रेस'
राठौड़ ने आगे कहा, 'जातिगत सर्वेक्षण अगर हो जाएगा तो देश के विकास में कौन से पर लग जाएंगे. इसका क्या हित है, क्या उद्देश्य है, इसके पीछे इनकी ऐसी क्या मंशा है? कांग्रेस सिर्फ ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कर रही है, जिसमें बहकावे में राजस्थान और हिंदुस्तान की जनता नहीं आने वाली है.'
'कांग्रेस शासन में स्थिति सही नहीं'
राठौर ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए ने कहा कि सामाजिक समरसता से ही सामाजिक सुरक्षा बढ़ती है. जहां कहीं भी कांग्रेस पार्टी का शासन है वहां स्थिति सही नहीं है. राजस्थान सांप्रदायिकता की आग में जलता रहा है. आज जातिगत सर्वेक्षण की बात मुख्यमंत्री कर रहे हैं.
कल रात जारी किया गया आदेश
गौरतलब है कि राजस्थान में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है. वैसे ही दोनों पार्टियों एक दूसरे पर हमलावर हो रही हैं. हर प्रकार से वोटरों को लुभाने का प्रयास किया जा रहा है. प्रदेश की गहलोत सरकार इसके लिए हर मुमकिन प्रयास कर रही है. राजस्थान की गहलोत सरकार ने इसे चुनावी मुद्दा बनाते हुए राजस्थान में बिहार की तर्ज पर जातिगत सर्वेक्षण कराने का आदेश भी जारी कर दिया है.
राहुल गांधी पहले उठा चुके हैं मुद्दा
इस तरह सरकार यह मैसेज देना चाहती है कि उनकी सरकार ओबीसी की जातियों को उनका पूरा अधिकार देना चाहती है. वैसे भी राहुल गांधी ओबीसी के अधिकार को लेकर लगातार बात उठा रहे हैं. ऐसे में जातिगत आधार पर सर्वेक्षण के साथ ही ओबीसी को उसका अधिकार दिलाने की बात भी इन विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रमुख मुद्दा बनते जा रही है.