Rajasthan: राजीव शर्मा बने राजस्‍थान के नए DGP, सरकार ने OBC कार्ड के जरिए साधे सियासी समीकरण

Rajasthan: पुलिस की वर्दी में जातिगत समीकरण मायने नहीं रखते, लेकिन फिर भी सरकारों के लिहाज से कई बार इस तरह के पैरामीटर का भी ख्‍याल रखा जाता है.

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राजस्थान के नए डीजीपी राजवी शर्मा.

Rajasthan: राजस्थान पुलिस को नया मुखिया मिल गया है. 1991 बैच के IPS अधिकारी राजीव शर्मा को राज्य का अगला पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया है. पुलिस मुख्यालय में आज गुरुवार शाम 5 बजे राजीव शर्मा पदभार संभालेंगे. राजीव शर्मा ओबीसी वर्ग से आते हैं और इससे पहले भी यूआर साहू को डीजीपी बनाकर पिछड़े वर्ग को प्रतिनिधित्व देने का संदेश दिया गया था. यूआर साहू के रिटायरमेंट के बाद सरकार ने रवि प्रकाश मेहरडा को कार्यवाहक डीजीपी बनाकर दलित वर्ग को साधने की कोशिश की. लेकिन अब स्थायी डीजीपी की नियुक्ति के साथ सरकार ने फिर से ओबीसी कार्ड चल दिया है.

UPSC को 7 नामों का पैनल भेजा था 

राजस्थान में डीजीपी पद को लेकर पैनल में 7 नाम थे UPSC ने जो तीन नामों का पैनल राजस्थान सरकार को भेजा था उसमें सबसे ऊपर राजीव शर्मा का ही नाम था इस लिहाज़ से उनके चयन में कोई परेशानी नहीं थी और आखिरकार मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उनके नाम पर ही मुहर लगायी उनकी कार्यप्रणाली उनका व्यवहार उनकी पुलिसिंग और उनका अनुभव DGP पद के लिए उनके चयन के पक्ष में रहा.

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यूआर साहू भी ओसीबी समाज से थे 

राजीव शर्मा ओबीसी समुदाय से आते हैं. ऐसे में यह फैसला सिर्फ प्रशासनिक नहीं राजनीतिक और सामाजिक संकेतों से भी जुड़ा है. इससे पहले भी इसी सरकार ने यूआर साहू को डीजीपी बनाकर ओबीसी समाज को साधा गया था. बीच में सरकार ने दलित समाज के लिए संदेश देते हुए रवि प्रकाश को कार्यवाहक डीजीपी बनाया था. उनको आने वाले दिनों में किसी नई भूमिका की ज़िम्मेदारी दे सकती है. अब एक बार फिर ओबीसी समुदाय से आने वाले अधिकारी को शीर्ष पद देकर सरकार ने सामाजिक समीकरणों को साधने की कोशिश की है.

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