Rajsamand Rodways strike: अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू होने से राजसमंद रोडवेज की बसों का चक्का जाम हो गया है. संविदा चालकों ने आज (5 अक्टूबर) से कामकाज रोक दिया है. उन्होंने 'टॉप मेन पवार मैनेजमेंट' एजेंसी पर कम वेतन देने का आरोप लगाया है. आरोप है कि उन्हें निर्धारित 19 हजार रुपए की बजाय 7 हजार रुपए ही मेहनताना दिया जा रहा है. साथ ही प्राइवेट कंपनी पर मनमानी के आरोप लगाए गए हैं. इसी के चलते संविदा चालकों ने काम पर जाने से मना करते हुए अन्य बसों के ड्राइवरों को भी रोक दिया. अपनी मांगों को प्रशासन तक पहुंचने के लिए रोडवेज के मुख्य प्रबंधक को ज्ञापन भी सौंपेंगे.
आरोप- समान भुगतान भी नहीं कर रही कंपनी
आरोप है कि एजेंसी द्वारा दिए जा रहे भुगतान में असमानता है और मनमाने तरीके से भुगतान कर रही है. एजेंसी किसी को 4 हजार तो किसी को 6 हजार रूपये प्रतिमाह का भुगतान कर रही है. जबकि नियमानुसार 19 हजार 700 रूपए प्रति माह भुगतान करना होता है. ऐसे में लगातार कई समय से एजेंसी द्वारा उनका शोषण हो रहा है.
रोडवेज बस की थमी रफ्तार, यात्री परेशान
इन तमाम शिकायतों को रोडवेज प्रशासन तक पहुंचाने के लिए संविदाकर्मी विरोध में उतर गए हैं और आज से कम बंद कर दिया गया है. उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी शर्तों को नहीं माना जाता, वह काम पर नहीं लौटेंगे. बसों के रुक जाने से बसों मे सफर करने वाले यात्रियों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ी और उन्हें मजबूरन निजी बसों का सहारा लेना पड़ा.
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