राजसमंद में 'समुद्र मंथन' की अनोखी परंपरा, अच्छी बारिश के लिए महिलाओं ने बनाया तालाब!

राजसमंद के ग्रामीण इलाकों में अच्छी बारिश की कामना के लिए समुद्र मंथन कार्यक्रम किया गया. इसके लिए गांव की महिलाओं ने एक महीने तक लगातार मेहनत करके मिट्टी डालकर एक तालाब बनाया.

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तलाब में पूजा करती हुई महिलाएं

Rajasthan News: राजस्थान के राजसमंद के ग्रामीण इलाकों में अच्छी बारिश की कामना के लिए अलग-अलग परंपराएं प्रचलित हैं. ऐसी ही एक परंपरा जिले के बामन टुकड़ा गांव में बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा के साथ पूरी होती दिखी. जिसे समुद्र मंथन कार्यक्रम के तहत पूरा किया गया. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं, संतों और ग्रामीणों ने भाग लेकर इसे भव्य बनाया.

एक महीने तक महिलाओं ने मिट्टी डालकर बनाा तालाब

इस आयोजन की खास बात यह रही कि गांव की महिलाओं ने एक महीने तक लगातार मेहनत करके मिट्टी डालकर एक तालाब बनाया. इसके तैयार होने के बाद, वहाँ इंद्र और भगवान विष्णु की पूजा की गई. इसके बाद सामूहिक आरती और जलाभिषेक किया गया. जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया.

मुद्र मंथन की झांकी ने मोह मन

इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ कई मनमोहक झांकियां भी निकाली. जिसमें समुद्र मंथन की झांकी ने सभी का मन मोह लिया. इस झांकी में देवताओं और दानवों के माध्यम से अमृत मंथन की पौराणिक कथा को सजीव रूप में प्रस्तुत किया गया. जिसमें भगवान विष्णु, शिव और विभिन्न देवी-देवताओं की झलक ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया. इसके साथ ही सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में भजन, कीर्तन और धार्मिक नृत्यों ने भी दर्शकों को बांधे रखा. जिसे देखकर ग्रामीण काफी खुश नजर आए.

 दीपदान और हवन का रहा विशेष महत्व

 इस दौरान आयोजन स्थल पर दीपदान और हवन का विशेष महत्व रहा. स्थानीय प्रशासन और आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि यह कार्यक्रम समाज को संस्कृति, परंपरा और सामूहिक सहयोग की शक्ति से जोड़ने वाला है. महिलाओं का योगदान इस आयोजन को और भी प्रेरणादायी बना गया.

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