Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सियासत लगातार गरमाती हुई दिखाई दे रही है. तीन दिन पहले भाजपा की ओर से टिकटों की पहली सूची जारी की गई, जिसमें 41 नाम शामिल थे. जिनमे एक दर्जन से अधिक सीटों पर गतिरोध दिखाई दे रहा है, कहीं स्थानीय और बाहरी का मुद्दा तो कहीं वंशवाद का मुद्दा गरम है. ऐसे में भाजपा के सामने बड़ी चुनौतियां नजर आ रही है.
बयान से राजस्थान की सियासत उफान पर
जयपुर की विद्याधर नगर सीट को लेकर भी जयपुर से दिल्ली तक सियासी पारा चढ़ता दिखाई दे रहा है. विद्याधर नगर विधानसभा सीट से स्वर्गीय भेरू सिंह शेखावत के दामाद नरपत सिंह राजवी वर्तमान में विधायक हैं. ऐसे में भाजपा ने उनका टिकट काटकर सांसद दीया कुमारी को टिकट दिया है.
'मुगलों के सामने घुटने टेकने वाला राज परिवार बताया
टिकट कटने से नाराज राजवी ने जयपुर राजघराने से ताल्लुक रखने वाली सांसद दीया कुमारी को 'मुगलों के सामने घुटने टेकने वाला राज परिवार बताया' इसके बाद प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह भी राजवी के आवास पर पहुंचे और उनकी नाराजगी को लेकर बातचीत की. हालांकि राजवी को टिकट मिलेगा या नहीं, यह तो नहीं पता, लेकिन राजवी के बयान से राजस्थान की सियासत उफान पर आ गई है.
दम है तो निर्दलीय लड़ कर दिखाओ
इसी बीच मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बयान देकर इस मुद्दे को और बढ़ा दिया खाचरियावास ने कहा कि बयान देने से कुछ नहीं होता है, दम है तो निर्दलीय चुनाव लड़कर बताओ, हमने भी निर्दलीय चुनाव लड़े है, जिनमे दम होता है वह लड़ते हैं.
मैं भैरू सिंह जी का भतीजा हूं
राजवी के कच्छावा शासकों को मुगलों के सामने घुटने टेकने वाले बयान को लेकर खाचरियावास ने कहा कि स्वर्गीय भेरू सिंह शेखावत भी कच्छावा वंश के थे, उस वंश के लिए इस तरह का बयान देना निंदनीय है.
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