Rajasthan: राजस्थान में कृत्रिम बारिश की फिर होगी कोशिश, 10 हजार फीट तक बादलों के बीच उड़ेगा ड्रोन

Jaipur News: ड्रोन की मदद से कृत्रिम बारिश करवाने का देश में यह पहला प्रयोग है. इसी महीने 12 और 18 अगस्त को कोशिश की गई लेकिन वह नाकाम रही.

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Ramgarh Dam Artificial Rain Drone Project: राजस्थान में पिछले कुछ समय से ड्रोन की मदद से कृत्रिम बारिश करवाने के प्रयास हो रहे हैं. देश में यह पहली तरह का प्रयोग है जिसमें क्लाउड सीडिंग कर बारिश करवाने का प्रयास किया जा रहा है. इस प्रयोग में जमवारामगढ़ स्थित रामगढ़ बांध में कृत्रिम बारिश की कोशिश की जा रही है. इसके लिए अब रामगढ़ बांध में कृत्रिम बारिश करवाने वाली विदेशी कंपनी को 10 हजार फीट तक ड्रोन उड़ाने की अनुमति मिल गई है. देश के पहले ड्रोन बेस्ड क्लाउड सीडिंग प्रोजेक्ट को DGCA ने 10 हजार फीट तक ड्रोन उड़ाने की अनुमति दी है. अब एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से NOC मिलने का इंतजार है, उस वक्त उड़ान का समय तय होगा. इससे पहले महज 400 फीट तक ड्रोन उड़ाने की अनुमति थी. इसके चलते जमवारामगढ़ स्थित रामगढ़ बांध में कृत्रिम बारिश की उम्मीदें एक बार फिर जाग उठी हैं.

प्रोजेक्ट सफल हुआ तो पानी की कमी होगी दूर

कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा की पहल के बाद अमेरिका और बेंगलूरु की टेक्नोलॉजी कंपनी जेन एक्स एआई  (Gen X AI) प्रोजेक्ट पर कृषि विभाग के साथ मिलकर काम कर रही है. इस संबंध में हाल ही में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से मुलाकात भी की थी. कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर समय पर यह प्रक्रिया शुरू हो जाती है तो बांध में पानी की कमी को काफी हद तक दूर किया जा सकता है.

कभी जीपीएस फेल तो कभी खेत में गिरा ड्रोन

देश में अपनी तरह के इस पहले प्रयोग में बार-बार टेस्टिंग के दौरान भी सफलता नहीं मिल पाई है. जब 12 अगस्त को पहली बार प्रयोग किया गया तो भीड़ की वजह से जीपीएस सिस्टम ने काम नहीं किया गया. इसके बाद 18 अगस्त को रविवार को फिर से ट्रायल के दौरान ड्रोन उड़ाया गया, लेकिन कुछ ही देर बाद वह नियंत्रण से बाहर हो गया और खेत में जा गिरा.

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