SIR के जरिए पकड़ा गया 6 साल से फरार दुष्कर्मी, राजस्थान पुलिस ने बरेली से किया गिरफ्तार

नरेश शर्मा अपने नाम बदल-बदल कर देश के अलग-अलग हिस्सों में बीते 6 साल से फरारी काट रहा था. जब भी पुलिस उस तक पहुंचती उससे पहले ही मौका पाकर बदमाश फरार हो जाता था.

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6 साल से फरार था दुष्कर्मी

Rajasthan News: SIR अभियान को लेकर देशभर में चर्चाएं हो रही है. इस पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं, वहीं BLO की मौत से मुद्दा और गरमा गया है. लेकिन राजस्थान पुलिस के लिए SIR अभियान अपराधियों को पकड़ने के लिए वरदान साबित हुआ है. भीलवाड़ा पुलिस ने बीते 6 साल से चकमा दे रहे इनामी बदमाश और दुष्कर्मी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बदमाश को उत्तर प्रदेश के बरेली से गिरफ्तार किया है. वहीं आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने SIR अभियान का सहारा लिया है.

देश के अलग-अलग हिस्सों में था फरार

दरअसल, आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिसकर्मी को बीएलओ बनाकर भेजा जिसके बाद 10 हजार का इनामी बदमाश नरेश शर्मा को दबोचा गया. नरेश शर्मा अपने नाम बदल-बदल कर देश के अलग-अलग हिस्सों में बीते 6 साल से फरारी काट रहा था. जब भी पुलिस उस तक पहुंचती उससे पहले ही मौका पाकर बदमाश फरार हो जाता था. हर बार पुलिस को चकमा दे रहे बदमाश नरेश शर्मा तक पहुंचने के लिए एसआईआर अभियान का बीएलओ बना कर पुलिसकर्मी ओम प्रकाश को भेजा गया.

SIR जांच में आरोपी का हुआ खुलासा

बताया जाता है कि कोतवाली पुलिस को फरार बदमाश को लेकर उत्तर प्रदेश के बरेली में छिपे होने की सूचना मिली थी. कोतवाली पुलिस दुष्कर्म के आरोप में जिस नरेश शर्मा को 6 साल से तलाश रही थी. मुखबिर से एक सप्ताह पहले कोतवाली थाना पुलिस को फरार बदमाश नरेश शर्मा के उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में देखे जाने की सूचना मिली थी. पुलिस ने भारत निर्वाचन विभाग के चलाए जा रहे एसआईआर अभियान के बीएलओ बना कर धर दबोचने की योजना बनाई. बीएलओ बने पुलिसकर्मी ओमप्रकाश ने मुखबिर के बताए मकान पर जाकर घर में रह रहे लोगों का ब्यौरा मांगा. एसआईआर के सत्यापन के लिए दस्तावेज मांगे तो बदमाश की पूरी पोल खुल गई. वह जिस मकान में छिपा हुआ था उसे मकान में उसने मकान मालिक को अपना नाम राजेश शर्मा बता रखा था.

चित्तौड़गढ़ पुलिस को भी है तलाश

कोतवाली थाना पुलिस को 6 साल से जिस दुष्कर्म के मामले में नरेश शर्मा की तलाश थी वह पड़ोसी जिले चित्तौड़गढ़ में भी वांछित अपराधी है. चंदेरीया थाना पुलिस( चितोडगढ) में 15 साल से उसे तलाश कर रही है. सुभाषनगर, थाना पुलिस भीलवाडा में 5 साल से धोखाधडी के मामले मे भी फरार चल रहा था.अपराधी नरेश शर्मा अपनी महिला मित्र के साथ नाम बदलकर नवाबगंज, बरेली उत्तरप्रदेष में फरारी काट रहा था.

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