Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष ने गोशालाओं को फर्जी तरीके से अनुदान देने और मनरेगा में वित्तीय अनियमिताओं का मुद्दा उठाया. सरकार ने इस मामले में जांच करवाने की बात कही है. राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र के प्रश्नकाल के दौरान आज दो अलग अलग सवालों के जरिए ये मुद्दे उठाए गए.
'मनरेगा में फर्जी तरीके से पैसों की वसूली'
कांग्रेस विधायक इंदिरा मीणा ने अपने विधानसभा बामनवास में मनरेगा में वित्तीय अनियमिताओंका मुद्दा उठाते हुए कहा, 'अधिकारी गलत कार्रवाई करते हैं. अगर सवाल किया जाता है तो जवाब भी गलत देते हैं. मनरेगा में फर्जी तरीके से पैसे वसूले जा रहे हैं. प्रत्येक व्यक्ति से 100 रुपये की उगाही की जाती है. अगर केंद्र सरकार की इतनी बड़ी और महत्वपूर्ण योजना में इस तरीके से भ्रष्टाचार हो रहा है तो क्या सरकार जांच करवाने की कोई मंशा है? इस मामले में मंत्री ओटाराम देवासी पहले तो सही तरीके से कोई जवाब नहीं दे सके, लेकिन उन्होंने कहा कि इस मामले की राज्य स्तरीय कमेटी से जांच करवाई जाएगी.
जांच के लिए सीएम को लिखा गया पत्र
वहीं प्रश्नकाल में कपासन से विधायक अर्जुन जीनगर ने गोशालाओं में दिए जा रहे अनुदान में फर्जीवाड़े के सवाल पर मंत्री जोगाराम ने कहा, 'राजस्थान सरकार गोशालाओं की वित्तीय स्थिति को लेकर गंभीर है.' विधायक अर्जुन जीनगर ने कहा, 'कांग्रेस सरकार के समय सरकारी स्तर पर फर्जी गौशाला दर्शाकर अनुदान उठाया गया. क्या सरकार इस मामले की जांच करवाएगी?' इस पर मंत्री ने जवाब देते हुए कहा, 'सरकार इस मामले की जांच करवाएगी. मुख्यमंत्री को इस संबंध में पत्र लिखा गया है.' फिर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा, 'क्या राजस्थान में सरकार पूरे प्रदेश में गोशालाओं की अनियमितता की जांच करवाने की मंशा रखती है?' इस पर मंत्री ने कहा, 'अभी केवल एक जगह का मामला सामने आया है. कहीं ओर से शिकायत आएगी तो फिर जांच करवा दी जाएगी.'
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