Dausa: नीरू को सुरक्षित बाहर निकाला, मां की दुआ आई काम; भगवान और रेस्क्यू टीम को बोली-शुक्रिया

Bandikui Borewell Accident: नीरू अभी भी बोरवेल में फंसी है. मां नीरू से बात की. उसने कहा बेटा पापा बिस्कुट लेकर आए हैं खा लो. नीरू बिस्कुट खाई और बोली-मां मुझे बाहर निकालो. 18 घंटे बाद उसे बाहर निकाल लिया गया.

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Bandikui Borewell Accident: बोरवेल में गिरी नीरू को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. बोरवेल के पास 35 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया. एक एलएनटी, 4 JCB और दो ट्रैक्टर की मदद ली गई. पाइपों का 20 फीट का टनल बनाया गया है. रात भर से NDRF और SDRF टीम रेस्क्यू कर बच्ची को बाहर निकाल लिया.  मौके पर जिला कलेक्टर देवेन्द्र कुमार, एसपी रंजीता शर्मा सहित प्रशानिक अमला मौके पर मौजूद भारी पुलिस बल मौजद थी. नीरू की मां ने भगवान और रेस्क्यू करने वाली टीम को धन्यवाद किया. मां पूरी रात भगवान से प्रार्थना करती रही. 

600 फीट गहरे बोरवेल में गिरी 

दौसा के बांदीकुई में दो बुधवार (18 सितंबर) की शाम को दो साल की नीरू 600 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई. बच्ची घर के पास खेलते-खेलते बोरवेल में गिर गई थी. सूचना पर पहुंची राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई थी. 

नीरू की मां पाइप के बने टनल के माध्यम से बच्ची से बात की.

20 से 25 फीट की गहराई में बच्ची के फंसे होने की सूचना

दौसा एडिशनल एसपी लोकेश सोनवाल ने बताया कि बोरवेल लगभग 600 फीट गहरा है और बच्चा लगभग 20 से 25 फीट के आसपास अटक गई थी. 

नीरू को बचाने के लिए रात भर से चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन.

बच्ची की मां बोली- खेल रही थी नीरू, पता नहीं कब गड्ढे में गिर गई

हादसे के बाद बच्ची की मां कविता गुर्जर की हालत खराब है. कविता ने रोते-रोते बताया कि नीरू बच्चों के साथ खेल रही थी. पता नहीं चला कि कब वह गड्ढे में गिर गई. उन्होंने बताया कि नीरू को कभी घर से बाहर नहीं छोड़ा. आज गलती से निकल गई. नीरू तीन बहनों में सबसे छोटी है. उसकी दो बड़ी बहन खुशी और राशि हैं.

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