Rajasthan News:राजस्थान की राजधानी जयपुर में राज्य सरकार की ओर से 'राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024' का आयोजन किया जा रहा है. जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले हैं. इसी बीच प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी से बाड़मेर रिफाइनरी से जुड़े अटके काम और अनुमतियों को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर मांग की है कि प्रधानमंत्री जल्द बाड़मेर रिफाइनरी से जुड़ी अनुमतियां और PC-PIR का काम शुरू करवाए.
31 दिसंबर तक पूरा होना था काम
अशोक गहलोत ने पोस्ट कर लिखा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राइजिंग राजस्थान कार्यक्रम के लिए जयपुर आने वाले हैं. मैं उनसे राजस्थान के हित में निवेदन करता हूं कि वो PMO को निर्देशित कर बाड़मेर रिफाइनरी से संबंधित सभी अनुमतियां जारी करवाएं और यहां PC-PIR का काम शुरू करवाएं. जब मैंने 2 जून 2023 को बाड़मेर रिफाइनरी में कार्य की प्रगति समीक्षा बैठक की तब रिफाइनरी प्रशासन ने 31 दिसंबर 2024 से व्यवसायिक उत्पादन शुरू करने का आश्वासन दिया था, परन्तु अब इस तारीख तक काम पूरा होने के आसार नहीं नजर आ रहे हैं.
1.5 लाख नए रोजगरों की उम्मीद
गहलोत ने पोस्ट में आगे लिखा कि रिफाइनरी से निकलने वाले बाय प्रॉडक्ट्स से बनने वाले उत्पादों के लिए बाड़मेर से जोधपुर के बीच पेट्रोलियम केमिकल्स और पेट्रो इन्वेस्टमेंट रीजन (PC-PIR) विकसित किया जाना था. जिसमें तमाम तरीके के उद्योग लगाए जाने थे. हमारी सरकार ने इसके लिए 2021 में ही जमीन आवंटन कर काम आगे बढ़ा दिया था,
परन्तु नई भाजपा सरकार आने के बाद PC-PIR का काम एकदम ठप पड़ गया है. कथित "डबल इंजन" सरकार के बावजूद भी भारत सरकार ने PC-PIR के लिए जरूरी अनुमतियों को अभी तक लंबित रखा है. इसके कारण रिफाइनरी शुरू होने के बाद भी इन सब बाय प्रॉडक्ट्स की दूसरे राज्यों में प्रोसेसिंग होगी. PC-PIR से लगभग 1.5 लाख नए रोजगारों की उम्मीद थी जो अभी धूमिल होती दिख रही है.
भाजपा सरकार ने अटकाया काम
गहलोत ने आगे लिखा कि जनता भूली नहीं है कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय रिफाइनरी का काम 5 साल अटकाए रखा गया. जिससे इसकी निर्माण लागत 40,000 करोड़ से लगभग दोगुनी हो गई और राज्य सरकार पर अनावश्यक वित्तीय भार पड़ा. अब PC-PIR के काम में अनावश्यक देरी करने से यहां लगने वाले उद्योग दूसरे राज्यों में चले जाएंगे और यहां के युवाओं को मिलने वाले मौके भी समाप्त हो जाएंगे.