Rising Rajasthan Summit 2024: राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा दिसंबर में होने वाले 'राइजिंग राजस्थान' (Raising Rajasthan) के लिए इंग्लैंड ( England) में हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को सीएम भजनलाल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने लंदन में आयोजित इन्वेस्टर मीट में हिस्सा लिया. जिसके तरह उनका ब्रिटेन के निवेशकों तक पहुंचने के प्रयास को जारी है. इसके बाद राजस्थान सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने लंदन में आयोजित ‘राइजिंग राजस्थान' इन्वेस्टर रोड शो में भाग लिया.
राजस्थान रॉयल्स के मालिक से मुलाकात
राज्य में खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए प्रतिनिधिमंडल ने लंदन के लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान में राजस्थान रॉयल्स क्रिकेट टीम के मालिक रॉयल मल्टीस्पोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों के साथ मुलाकात की. इस दौरान रॉयल मल्टीस्पोर्ट और राज्य सरकार के प्रतिनिधिमंडल के बीच जयपुर शहर को एक स्पोर्ट्स हब के रूप में विकसित करने (जिसमें स्वास्थ्य और मनोरंजन की सुविधाएं भी होंगी) के लिए एक एमओयू पर भी हस्ताक्षर किया गया. जिसके तहत इसमें स्टेडियम, खेल प्रशिक्षण केंद्र, खेल चिकित्सा और अन्य खेल सुविधाएं विकसित की जाएंगी.
जयपुर को बनाएंगे स्पोर्ट्स हब
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि जयपुर को स्पोर्ट्स का हब बनाने के हमारे प्रयासों को आज बड़ी सफलता मिली है. इसके लिए हमने राजस्थान रॉयल्स क्रिकेट टीम की मालिक कंपनी रॉयल मल्टीस्पोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों के संग आज लॉर्ड्स क्रिकेट स्टेडियम में एक एमओयू किया है. इसके तहत जयपुर के अंदर खेलों को बढ़ावा देने के लिए स्टेडियम और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर को भी विकसित किया जाएगा.
NICE के अधिकारियों से की मुलाकात
इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ एंड केयर एक्सीलेंस (NICE) के अधिकारियों के साथ बैठक की और लंदन के इंपीरियल कॉलेज के परिसर में स्थित इंपीरियल इनोवेशन हब - स्केल स्पेस के परिसर का दौरा शामिल है. स्किल स्पेस से हुई बैठक में राज्य सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने स्केल स्पेस और राजस्थान स्थित शैक्षणिक संस्थानों, शिक्षाविदों और उद्योग भागीदारों के बीच सहयोग के अवसरों पर भी चर्चा की.
अर्थव्यवस्था को करेंगे 350 बिलियन डॉलर
राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टर रोड शो में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि हम राजस्थान की निर्माण क्षमताओं को बढ़ाने के लिए ब्रिटिश कंपनियों के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं. हमारा लक्ष्य अगले पांच वर्षों में राजस्थान की अर्थव्यवस्था को 180 बिलियन डॉलर से दोगुना करके 350 बिलियन डॉलर करना है.
इसके साथ ही ऑटोमोटिव, इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी), डिजाइन और एडवांस्ड मैन्यूफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में ब्रिटेन की कंपनियों की विश्व-प्रसिद्ध विशेषज्ञता से न केवल राजस्थान को, बल्कि पूरे भारत को बहुत फायदा हो सकता है.
जर्मन कंपनियों को समिट में किया आमंत्रित
इससे पहले प्रतिनिधिमंडल ने जर्मनी सरकार के प्रतिनिधियों से बातचीत की थी और जर्मनी को ‘राइजिंग राजस्थान' ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के ‘पार्टनर कंट्री' के रूप भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था. इस यात्रा के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने अल्बाट्रॉस प्रोजेक्ट्स, फ्लिक्सबस, पार्टेक्स एनवी, वेउली टेक्निक्स जीएमबीएच और इंगो श्मिट्ज जैसी कई जर्मन कंपनियों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए.