Rising Rajasthan Summit: राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा इन दिनों यूके और जर्मनी के दौरे पर है. राइजिंग राजस्थान समिट से पहले सीएम विदेशों में जाकर निवेशकों को आमंत्रित कर रहे हैं. जिससे राजस्थान में वह निवेश करें. वहीं माइंस विभाग के प्रमुख शासन सचिव टी. रविकान्त ने बताया है कि 8 नवंबर को जयपुर में आयोजित माइंस और पेट्रोलियम सेक्टर के राइजिंग राजस्थान इंवेस्टमेंट समिट के प्री समिट में 50 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्तावों के एमओयू हस्ताक्षरित कराये जाने की तैयारी है. उन्होंने बताया कि राइजिंग राजस्थान इंवेस्टमेंट समिट में अब तक आयोजित रोड़ शो आदि में माइनिंग सेक्टर के 44 हजार 721 करोड़ रु. से अधिक के निवेश प्रस्ताव हस्ताक्षरित हो चुके हैं.
8 नवंबर को होगा MOU साइन
टी. रविकान्त मंगलवार को खनिज भवन में राइजिंग राजस्थान के तहत माइंस व पेट्रोलियम सेक्टर के 8 नवंबर को होने वाले प्री समिट की तैयारियों की समीक्षा बैठक ले रहे थे. उन्होंने कहा कि राज्य का माइनिंग सेक्टर निवेश, रोजगार और राजस्व की दृष्टि से तेजी से आगे बढ़ रहा है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि माइनिंग सेक्टर के स्थानीय स्तर पर और अधिक निवेश लाने के प्रयास किये जाएं ताकि 8 नवंबर को आयोजित प्री समिट में माइनिंग और पेट्रोलियम सेक्टर से और अधिक निवेश प्रस्तावों के एमओयू हस्ताक्षरित हो सके. उन्होंने बताया कि राइजिंग राजस्थान प्री समिट के माध्यम से राजस्थान की खनिज संपदा और खनन क्षेत्र की संभावनाओं से प्री समिट में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों के साथ ही देश दुनिया के माइनिंग क्षेत्र से जुड़े लोगों को रुबरु कराया जाएगा.
माइनिंग सेक्टर से जुड़े एसोसिएशनों की भी भागीदारी
टी. रविकान्त ने बताया कि विभाग द्वारा आयोजित प्री समिट को थीम बेस्ड रखा गया है. प्री समिट में माइनिंग सेक्टर से जुड़े एसोसिएशनों की भी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी. इसके साथ ही केन्द्र और राज्य सरकार की सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थानों, निजी क्षेत्र के निवेशकों और प्रदेश और देश के एकेडेमिशियन्स को भी जोड़ा जाएगा ताकि प्री समिट बहुआयामी और अधिक उपादेय हो सके.
संयुक्त सचिव माइंस आशु चौधरी ने राइजिंग राजस्थान प्री समिट की तैयारियों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अधिकारियों की टीम बनाकर उन्हें जिम्मेदारी दी गई है. बैठक में समन्वयक अधिकारी बीएस सोढ़ा ने बताया कि राइजिंग राजस्थान प्री समिट के लिए एमओयू प्रस्तावों के लिए संबंधित निवेशकों से संपर्क और समन्वय बनाया जा चुका है. प्रभारी अधिकारियों में अतिरिक्त निदेशक पेट्रोलियम अजय शर्मा ने प्रचार-प्रसार सामग्री की तैयारी, एडीजी आलोक जैन ने विशेषज्ञों से समन्वय, एसएमई प्रताप मीणा ने आंमत्रितों से समन्वय की जानकारी दी.
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