Rajasthan Construction News: बाड़मेर शहर (Barmer city) में चौहटन रोड और गडरा रोड पर निर्माण (Construction) होने के चलते, दिन और ब्रिज शहरवासियों के लिए जी का जंजाल बने हुए है, जो समय सीमा तय की गई थी वह पूरी हो गई है. इसके बावजूद भी अभी तक ठेकेदार द्वारा ओवर ब्रिज निर्माण का कार्य पूर्ण नहीं किया गया है. इन पूल के निर्माण कार्य को शुरू हुए 2 वर्ष से अधिक का समय हो चुका है. पुल निर्माण कार्य के चलते आधे शहर के रास्ते बंद पड़े हुए हैं जिसके चलते शहर दो भागों में बंट चुका है.
श्मशान घाट जाने का रास्ता भी हुआ ब्लॉक
नियमों के अनुसार, निर्माण कार्य शुरू करने के साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए अस्थाई डायवर्सन हेतु सड़क तैयार करनी होती है. ठेकेदार की मनमानी के चलते डायवर्सन के लिए रास्ते नहीं बनाए गए, जिसके चलते लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. करीब दो महीने पहले चुनाव के वक्त राजनीतिक दबाव के चलते ठेकेदार ने आनन- फानन में रेलवे लाइन के नीचे अंडरपास तो बना दिया लेकिन सिवरेज लाइनों को खुला ही छोड़ दिया. जिसके चलते नालियों का गंदा पानी अंडरपास में जमा हो जाता है और अंडरपास तालाब बन जाता है. यह अंडरपास शहर वासियों के लिए किसी काम का नहीं रहता वही निर्माण कार्य के चलते सार्वजनिक श्मशान घाट जाने का रास्ता तक ब्लॉक हो चुका है.
'कबतक सुधरेगी शहर की हालत'
वहीं बात करें गडरा रोड ओवर ब्रिज को ठेकेदार को दो माह की सीमा में रेलवे फाटक के ऊपर पुल का निर्माण कर रेलवे फाटक को आवागमन के लिए खोलना था. फिलहाल 6 माह से अधिक का समय बीत गया लेकिन अभी तक ठेकेदार न तो कोई काम कर सका है और ना ही रेलवे फाटक खुल सका है, जिसके चलते रामसर गडरा रोड जाने वाले ट्रैफिक को करीब 20 किलोमीटर का चक्कर काटना पड़ रहा है. इन समस्याओं को लेकर शहर वासी एवं आसपास के दुकानदार कई बार जिला कलेक्टर और नेताओं को विज्ञापन सौंप चुके हैं लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है. अब देखने वाली बात होगी कि प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद बाड़मेर शहर के हालात कब सुधरते है.
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