इस देश के लोग भाई भाई हैं, इसे विचारों और कामों में लाना होगा : RSS चीफ मोहन भागवत

RSS के सरसंघचालक ने मणिपुर मुद्दे को लेकर मोदी सरकार से कुछ बड़ी बातें कही है. आइये जानते हैं वह बातें क्या हैं. 

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कार्यक्रम के दौरान (फाइल फोटो)

Mohan Bhagwan Statement: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने सोमवार को RSS कार्यकर्ता विकास वर्ग के समापन समारोह में संबोधन दिया. इस दौरान उन्होंने देश के कई मुद्दों पर चर्चा करते हुए सभी को साथ लेकर चलने की बात कही. उन्होंने कहा कि इस देश में सभी लोग भाई भाई हैं, इसे विचारों और कामों में लाना होगा. साथ ही इस दौरान उन्होंने दलितों-पिछड़ों को देश की मुख्य धारा में लाने की बात कही है. 

विरोधी के बजाय प्रतिपक्ष कहना ठीक

राजनीति में आजकल विरोधी कहने का प्रचलन बहुत बढ़ गया है इसपर भी भागवत ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि 'अगर कोई आपसे सहमत नहीं है, तो उसे विरोधी कहना बंद कीजिए. विरोधी के बजाय प्रतिपक्ष कहिए. एक पक्ष होगा और उसके सामने अपनी बात रखने वाला प्रतिपक्ष होगा. संसद में किसी भी सवाल पर दोनों पहलू सामने आएं, इसके लिए इस तरह की व्यवस्था की गई है.'

मणिपुर शांति की अपील

मणिपुर में 3 मई 2023 में जातीय हिंसा भड़की थी, जिसकी आग आज तक मणिपुर में जल रही हैं. इसको लेकर आरएसएस चीफ ने चिंता जाहिर करते हुए सरकार से यहां शांति बहाल करने की अपील की.

मोहन भागवत ने मणिपुर पर चिंता जताते हुए कहा कि 'एक साल से मणिपुर शांति की राह देख रहा है. इससे पहले 10 साल शांत रहा. ऐसा लगा कि पुराना गन कल्चर समाप्त हो गया. फिर अचानक जो कलह उपजा या उपजाया गया, उसकी आग में मणिपुर अभी तक जल रहा है, त्राहि-त्राहि कर रहा है. इस पर कौन ध्यान देगा? प्राथमिकता देकर उसका विचार करना यह कर्तव्य है.'

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