Sriganganagar News: श्रीगंगानगर में जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक काफी हंगामेदार रही. बैठक में विधायकों के प्रोटोकॉल का पालन नहीं किए जाने को लेकर ख़ासा विवाद हुआ. इस विवाद को शांत करने के लिए अधिकारी को माफ़ी तक मांगनी पड़ी. बैठक में श्रीकरणपुर के विधायक रूपिंद्र सिंह कुन्नर और अनूपगढ़ की विधायक शिमला नायक विशेष रूप से उपस्थित थे, लेकिन अधिकारियों द्वारा विधायकों के प्रोटोकॉल में खड़े न होने पर मामला गरम हो गया.
प्रोटोकाल का पालन तो करना पड़ेगा
श्रीकरणपुर विधायक रूपिंद्र सिंह कुन्नर ने अधिकारियों पर नाराजगी जताते हुए कहा, "यदि प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जाएगा, तो ऐसे नहीं चलेगा." उनके इस बयान के बाद माहौल में तनाव बढ़ गया और थोड़ी देर के लिए बैठक में हंगामा होने लगा. इसके बाद XEN रमेश मदान ने अधिकारियों की ओर से प्रोटोकॉल में खड़े न होने पर माफी मांगी, जिससे स्थिति को शांत किया गया.
बार-बार बिजली गुल होने से भी नाराज हो गए विधायक
जिला परिषद की बैठक में बार-बार बिजली गुल होने की समस्या से भी जनप्रतिनिधियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. श्रीकरणपुर विधायक रूपिंद्र सिंह कुन्नर ने इसे लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा, "जिला परिषद की बैठक को मजाक बना रखा है. यहां दो जनरेटर होने के बावजूद बार-बार बिजली गुल हो रही है." यह समस्या भी बैठक में अव्यवस्था का कारण बनी, जिससे कई जनप्रतिनिधि असंतुष्ट नजर आए.
बैठक में जिला प्रमुख के मनोनयन का विरोध
जिला प्रमुख कविता रेगर की अध्यक्षता में चल रही इस साधारण सभा की बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई, जिसमें सरकार द्वारा जिला प्रमुख के मनोनयन को गलत बताया गया. कांग्रेस के कई जनप्रतिनिधियों ने इस मनोनयन का विरोध किया और इसे "पर्ची से प्रमुख बनाने" का आरोप लगाया.
जिला परिषद में कांग्रेस के 27 तो भाजपा के 4 सदस्य
इस दौरान उप जिला प्रमुख सुदेश मोर, जिला परिषद CEO मृदुल सिंह और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे. बता दें कि इससे कुछ दिन पहले भी साधारण सभा की बैठक हुई थी, जिसका कांग्रेस के नेताओं ने विरोध कर दिया था. जिला परिषद में 27 सदस्य कांग्रेस के और 4 सदस्य भाजपा के हैं. लेकिन सरकार ने भाजपा की कविता रेगर का जिला प्रमुख के लिए मनोनयन कर दिया, जिसका कांग्रेस विरोध कर रही है.
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