Sachin Pilot With Vijay Bainsla: राजस्थान की राजनीति में सचिन पायलट और विजय बैंसला दोनों ही बड़े नाम है. लेकिन दोनों ही अलग-अलग पार्टी से हैं. लेकिन जयपुर में गुर्जर समाज के एक कार्यक्रम में दोनों ही एक साथ एक मंच पर दिखने के बाद सियासी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया. वहीं गुर्जर समाज में सचिन पायलट का कद इतना बड़ा हो गया है कि विजय बैंसला को भी गुर्जर समाज के सामने पायलट को सपोर्ट करना पड़ा. बीजेपी नेता विजय बैंसला ने खुले मंच पर कहा, 'हम भी पायलट के साथ ही हैं.'
इतना ही नहीं जब विजय बैंसला मंच पर संबोधित करना शुरू किया तो सचिन पायलट का नाम लेते ही गुर्जर समाज के लोगों ने पायलट तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं यह नारेबाजी शुरू कर दी.
गुर्जर कर्मचारी अधिकारी कल्याण परिषद (जीकेप) भवन के भूमि पूजन एवं भामाशाह सम्मान समारोह में पूरा गुर्जर समाज और गुर्जर समाज के दिग्गज नेता एक ही मंच पर दिखे. इसमें बीजेपी नेता विजय बैंसला और सचिन पायलट ने भी शिरकत की जो एक ही मंच पर एक साथ दिखे.
विजय बैंसला ने क्या कहा
विजय बैंसला ने आयोजन के दौरान जब अपना संबोधन शुरू किया तो उन्होंने सचिन पायलट का स्वागत करते हुए कहा, हम सबके लाड़ले-प्यारे सचिन पायलट को प्रणाम. बैंसला के इस बात को सुनते ही शोर शुरू हुआ. वहीं बैंसला ने भी कहा मजा नहीं आया थोड़ा और जोर से. तो वहां नारेबाजी शुरू हुई 'पायलट तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं' इसके बाद विजय बैंसला ने भी कहा, हम भी साथ ही हैं चिंता मत करो.
गुर्जर समाज का एक भी कैबिनेट मंत्री नहीं
इस आयोजन के दौरान गुर्जर समाज के कई नेताओं ने अपनी बात रखी. जिसमें सबसे ज्यादा इस बात की चर्चा हुई कि गुर्जर समाज के साथ वर्तमान सरकार में अनदेखी की जा रही है. वहां नेताओं ने कहा कि आज 40 साल में पहली बार गुर्जर समाज से केवल एक राज्य मंत्री है. जबकि पिछली सरकार में सचिन पायलट डिप्टी सीएम थे और अशोक चांदना कैबिनेट मंत्री थे. लेकिन आज गुर्जर समाज की राजनीति ताकत कम हो गई है.
पायलट ने जीता दिल
सचिन पायलट ने इस आयोजन में अपने संबोधन से सब का दिल जीत लिया. उन्होंने अपने संबोधन में गुर्जर कर्मचारी अधिकारी कल्याण परिषद के लिए कहा कि सिर्फ घोषणा नहीं करनी इसे धरातल पर उतारने के लिए काम करना है. एक खूबसूरत इमारत खड़ी हो जाए कांच और संगमरमर की और उसमें बैठकर हम चाय-कॉफी पीएं. उससे बेहतर है कि हम अपना एक टारगेट रखना है कि हम बड़ी संख्या में बच्चों को शिक्षा दे सकें. उन्होंने कहा कि जो भी इस काम में पैसे दे रहे हैं उनका सम्मान होना चाहिए और इसके लिए समाज में सम्मानित काम करना होगा.
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