टोंकः बैरवा धर्मशाला के लिए विधायक मद से सचिन पायलट ने 31 लाख रुपए देने की घोषणा की

सचिन पायलट ने बैरवा धर्मशाला में दो किश्तों में जिसमे 31 लाख की विधायक मद से घोषणा करने के साथ ही एक ओर घोषणा कर की और कहा जब आप दोबारा जिताकर भेजोगे तो एक करोड़ फिर दूंगा.

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पायलट का स्वागत करते क्षेत्रवासी.

राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक है और आचार संहिता की घोषणा से पहले प्रदेश के नेता धरातल पर हैं और जनता से जुड़ने के लिए लोक-लुभावने वादे कर रहे हैं. बुधवार को पायलट अपने क्षेत्र में पिटारा खोलते नजर आए. बुधवार शाम को बैरवा धर्मशाला में दो किश्तों में जिसमे 31 लाख की विधायक मद से घोषणा करने के साथ ही एक ओर घोषणा कर की और कहा जब आप दुबारा जिताकर भेजोगे तो उसके बाद अगले टर्म में धर्मशाला निर्माण के लिए एक करोड़ और दूंगा. पायलट अपने क्षेत्र टोंक के दो दिवसीय दौरे पर हैं और आचार संहिता लगने से पहले वह सभी लोककल्याणकारी योजनाओं को निपटाने के लिए टोंक शहर और गांव में जमकर पसीना बहा रहे हैं.

टोंक में जब बैरवा धर्मशाला के कार्यक्रम में स्थानीय प्रतिनिधि सचिन पायलट से धर्मशाला में कमरों के निर्माण के लिए 20 लाख की मांग की गई तो उन्होंने दो किश्तों में 1 करोड़ 31 लाख देने का वादा किया. अपने दो दिवसीय दौरे पर पायलट ने आज आधा दर्जन पंचायतों ओर शहर में छोटी सभाएं की और विकास कार्यो का लोकार्पण किया.

टोंक शहर में आज जिला मुख्यालय पर आयोजित बैरवा समाज के सम्मान समारोह में बोलते हुए सचिन पायलट ने कहा कि विधानसभा टोंक में 36 पंचायते हैं और 36 ही कौम है, हमने सभी कौमों को साथ लेकर चलने का कार्य किया. पायलट ने कहा कि 1984 से लेकर आज तक जब से राजेश पायलट ने पहला चुनाव लड़ा था तब से आज तक आप सब ने मुझे मेरे परिवार और हमारी पार्टी को बहुत साथ दिया है.

पायलट ने कहा कि आज बीजेपी घबरा रही है. पायलट बोले कि मैं दिल से चाहता हूं प्रदेश में भेदभाव खत्म हो. सचिन पायलट ने बैरवा धर्मशाला के लिए एक करोड़ 31 लाख रुपये देने की घोषणा की, और कहा कल ही मैं इसकी स्वीकृति करवा दूंगा. आचार संहिता खत्म होने के बाद जब में चुनाव जीतकर जाऊंगा तो 1 करोड़ और दूंगा.

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टोंक विधानसभा का इतिहास रहा है कि आज तक किसी विधायक ने लगातार दो बार चुनाव नहीं जिता है. शायद आगामी चुनाव में पराजय की डर से घोषणाओं को पेंडिंग में रख रहे हैं. अब देखना रोचक होगा कि सचिन पायलट इस मिथक को तोड़ने में कामयाब होते हैं कि नहीं. उधर मुख्य प्रतिद्वंदी के रूप में भाजपा ने अभी अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है.

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