Sachin Pilot on Milind Deora Resignation: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले अपनी सियासी जमीन को मजबूत करने के लिए कांग्रेस ने मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) की शुरुआत की. राहुल गांधी के नेतृत्व में यह यात्रा मणिपुर (Manipur) से निकलकर मुंबई (Mumbai) तक आएगी. इससे पहले भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के जरिए राहुल गांधी कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक की यात्रा कर चुके हैं. जिसे पार्टी नेता कांग्रेस के संजीवनी बताया करते थे. लेकिन रविवार को मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकलती उससे पहले ही महाराष्ट्र में भाजपा ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया. महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मिलिंद देवड़ा (Milind Deora) ने रविवार को कांग्रेस (COngress) छोड़ दिया. कांग्रेस से इस्तीफा देने के कुछ ही घंटों बाद उन्होंने भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना (Shiv Sena) को ज्वाईन कर लिया है.
राहुल गांधी की टीम के मजबूत पिलर थे देवड़ा
मिलिंद देवड़ा का कांग्रेस से इस्तीफा पार्टी के लिए बड़ा झटका बताया जा रहा है. क्योंकि वो न केवल महाराष्ट्र में पार्टी के चेहरा था बल्कि राहुल गांधी की टीम के भी मजूबत पिलर थे. मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे के बाद राहुल गांधी की टीम लगभग समाप्त हो गई है. अब उनकी टीम में एक मात्र साथी सचिन पायलट बचे हैं. पायलट अभी तक कांग्रेस में बने हैं. लेकिन पार्टी से पायलट की नाराजगी की कहानी कई बार सामने आ चुकी है.
मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे पर क्या बोले सचिन पायलट
हालांकि पायलट अभी तक कांग्रेस के प्रति समर्पित नजर आ रहे हैं. मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे पर सचिन पायलट ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. पायलट ने कहा, "हर व्यक्ति को आजादी है कि उसे किस दल में, किस विचारधारा में रहना है। समय बताएगा कि यह निर्णय सही है या नहीं." पायलट ने यह स्टेटमेंट मणिपुर से दिया. जहां वो भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए पहुंचे थे.
कांग्रेस छोड़ने के बाद बोले देवड़ा- मैं नकारात्मक राजनीति में विश्वास नहीं करता
कांग्रेस छोड़कर शिवसेना में शामिल होने के बाद मिलिंद देवड़ा ने कहा, "मैं नकारात्मक राजनीति में विश्वास नहीं करता. मैं लोगों के लिए काम करने में विश्वास रखता हूं, लोगों को गाली देने, नकारात्मक राजनीति करने में मैं विश्वास नहीं करता... जिनके पास कोई एजेंडा, कोई कार्यक्रम नहीं है देश को आगे बढ़ाने के लिए वे नकारात्मक बातें करते रहें."
मैंने कांग्रेस पार्टी से अपने परिवार का 55 साल का रिश्ता तोड़ लियाः देवड़ा
शिवसेना में शामिल होने के बाद मिलिंद देवड़ा ने आगे कहा, "मुझे सुबह से बहुत सारे फोन आ रहे हैं कि मैंने कांग्रेस पार्टी से अपने परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता क्यों तोड़ा...मैं सबसे चुनौतीपूर्ण दशक के दौरान पार्टी के प्रति वफादार रहा...यदि कांग्रेस और यूबीटी ने रचनात्मक, सकारात्मक सुझावों और योग्यता, क्षमता को महत्व दिया होता, तो आज एकनाथ शिंदे और मैं यहां नहीं होते। एकनाथ शिंदे को एक बड़ा फैसला लेना पड़ा, मुझे एक बड़ा निर्णय लेना पड़ा..."
देवड़ा के शिवसेना में आने पर क्या बोले एकनाथ शिंदे
मिलिंद देवड़ा का शिवसेना में स्वागत करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि आज आपके (मिलिंद देवड़ा) मन में जो भावनाएँ हैं, वही भावनाएँ डेढ़ साल पहले मेरे मन में थीं। जब कोई निर्णय लेना होता है तो ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न होती हैं. 55 साल का रिश्ता तोड़कर देवड़ा ने पार्टी बदल ली है. अब देखना होगा कि लोकसभा चुनाव में देवड़ा का दांव कांग्रेस को कितना नुकसान पहुंचाएगा.
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