Rajasthan Politics: 'मुर्दाबाद' के नारे लगने के बाद आज टोंक में मृतक कांस्टेबल के परिवार से मिलेंगे सचिन पायलट

टोंक में बीते दिनों बजरी माफिया ने टैक्टर से हेड कांस्टेबल को टक्कर मार दी थी, जिसके बाद उनकी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. इस घटना से लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने बजरी माफिया के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए अपने विधायक सचिन पायलट के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए.

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Rajasthan News: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और टोंक से विधायक सचिन पायलट (Sachin Pilot) आज दोपहर मृतक हेड कांस्टेबल खुशीराम बैरवा (Khushiram Bairwa) के घर देवली-भांची (Deoli Bhanchi) जाकर श्रदांजलि देंगे. 2 जुलाई को ड्यूटी के दौरान बजरी माफियाओं ने अपने ट्रैक्टर से हेड कांस्टेबल को टक्कर मार दी थी, जिसके बाद उनकी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. 

कुछ दिन पहले लगे थे मुर्दाबाद के नारे

इस घटना से लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने टोंक में बजरी माफिया के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस विरोध के दौरान लोगों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते हुए अपने विधायक के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए थे, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. इसके बाद राजस्थान कांग्रेस के नेता हरकत में आए और उन्होंने इस मुद्दे को उठाना शुरू किया. आज इसी क्रम में विधायक पायलट क्षेत्रीय सांसद हरीश चंद्र मीणा के साथ मृतक कांस्टेबल के परिवार से मिलने जाएंगे और फिर दोपहर 1 बजे टोंक जिला मुख्यालय पर राजकीय बालिका सीनियर सेकेंडरी कोहना स्कूल के नए भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में भाग लेंगे.

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प्रदर्शनकारियों ने यह रखी हैं ये मांगे:-

1. मृतक पुलिसकर्मी खुशीराम को शहीद का दर्जा दिया जाए.
2. मृतक के परिवार को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए.
3. मृतक के परिवार को हाउसिंग बोर्ड में मकान दिया जाए.
4. उसकी ग्राम पंचायत में स्कूल का नाम उसके नाम पर रखा जाए.
5. मृतक के बच्चों को उच्च स्कूलों में निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था सरकार करे.

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तीन दिन बाद किया था अंतिम संस्कार

इन्हीं मांगों पर सहमति नहीं बन पाने के कारण मृतक पुलिसकर्मी के अंतिम संस्कार में देरी हुई. तीन दिन बाद जब कुछ मांगों पर सहमति बनी तो प्रदर्शनकारी अंतिम संस्कार कराया. आज यानी मंगलवार की दोपहर जब सचिन पायलट और सांसद हरीश मीणा मृतक हेड कांस्टेबल के घर श्रदांजलि देने जाएंगे तो वे क्या आश्वाशन परिवार को देते हैं और परिजन किस तरह से न्याय और सहायता की बात करते हैं. यह देखना होगा. इस दौरान सचिन पायलट सरकार के सामने क्या मांग रखेंगे, इस पर भी सबकी नजर रहेगी.

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