Chittorgarh Sanwaliya Seth: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के प्रसिद्ध श्री सांवलिया सेठ ( Sanwaliya Seth) मंदिर में दानपात्र 1 अक्टूबर को खोला गया था और अब तक पांच चरणों में 16 करोड़ 98 लाख 80 हजार 926 रुपये के नोटों की गिनती पूरी हो चुकी है. इसी मंदिर में पिछले महीने हुई गिनती के दौरान भगवान के साथ एक भक्त का साझेदारी (Partnership agreement) का समझौता भी सामने आया था.
सांवलिया सेठ को बनाया लीगल पार्टनर
इस समझौते के अनुसार, अपनी मनोकामना पूरी होने के बाद भक्त ने सांवलिया सेठ को अपना लीगल पार्टनर (Legal Partner) बनाया है. इसको लेकर उसने स्टांप पेपर पर सांवलिया सेठ के साथ समझौता भी किया है. इसके अनुसार, हर महीने जो भी मुनाफा उसे होगा, उसका 10 प्रतिशत वह सांवलिया सेठ मंदिर को देगा. यह भक्त जयपुर का रहने वाला है. लेकिन उसका नाम और उसके कारोबार की पहचान गोपनीय रखी गई है. उसने इसे 50 रुपये के स्टांप पेपर पर भी तैयार किया है.
मासिक राशि की गिनती के लिए खुली दान पेटी
श्री सांवलिया सेठ मंदिर में पिछले कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को राजभोग आरती के बाद मंदिर मंडल प्रशासन और मंदिर मंडल अध्यक्ष व सदस्यों की मौजूदगी में श्री सांवलिया सेठ मंदिर की दान पेटी खोली गई. गिनती के पहले चरण में 7 करोड़ 32 लाख 49 हजार 5 सौ रुपए के नोट गिने गए. अगले दिन अमावस्या पर मासिक मेले के कारण मंदिर में दान राशि की गिनती नहीं की गई.
इसके बाद 4 अक्टूबर को दूसरे चरण में नोटों की गिनती शुरू की गई. जिसमें 3 करोड़ 65 लाख 80 हजार रुपए की दान राशि गिनी गई. इसके बाद तीसरे, चौथे व पांचवें चरण में गिनती हुई. अब तक पांच चरणों में 16 करोड़ 98 लाख 80 हजार 926 रुपए के नोटों की गिनती पूरी हो सकी.
पिछले महीने 19 करोड़ से अधिक की निकला था चढ़ावा
इस राशि में से श्री सांवलिया सेठ के भक्तों ने 3 करोड़ 64 लाख 1 हजार 373 रुपए का दान ऑनलाइन और दान कक्ष में अर्पित किया है. दानपात्र से निकाले गए सिक्कों की गिनती अभी बाकी है. दानपात्र और भेंट कक्ष से एक किलो 57 ग्राम सोना और 88 किलो 812 ग्राम चांदी भी चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुई है.
बता दें कि मंदिर के दानपात्र से निकाली गई राशि की गिनती कड़ी सुरक्षा के बीच की जाती है. सीसीटीवी सहित डिजिटल कैमरों से गिनती स्थल पर लगातार निगरानी की जाती है. पिछले महीने मंदिर के दानपात्र से 19 करोड़ से अधिक की राशि निकाली गई थी.
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