SI Paper Leak Case: एसआई भर्ती 2021 की परीक्षा में डमी कैंडिडेट बनकर बैठने वाली वर्षा बिश्नोई को पुलिस ने सोमवार (7 अक्टूबर) को पुलिस ने कोटा से गिरफ्तार कर लिया. मार्च 2024 में SOG ने एसआई जगदीश सिहाग को गिरफ्तार करके पूछताछ की थी, जिसमें वर्ष बिश्नोई का नाम आया था. जांच में पता चला कि वर्षा अन्य कॉम्पिटिशन एग्जाम में भी डमी कैंडिडेट बनी थी. इसके लिए मोटी रकम लेती थी. एसओजी वर्षा को गिरफ्तार करती इसके पहले फरार हो गई थी. एसओजी ने वर्षा पर 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया था.
सरकारी टीचर थी वर्षा बिश्नोई
वर्षा बिश्नोई जालोर जिले के सांचौर के सरनाऊ गांव की रहने वाली है. वर्षा बिश्नोई सरकारी टीचर थी. जोधपुर रेंज आईजी की टीम ने वर्षा को कोटा से गिरफ्तार किया है. वह स्टूडेंट बनकर फरार थी, और नाम बदलकर अलग अलग जगह रह रही थी. अब एसओजी मुख्यालय जयपुर में उससे पूछताछ की जाएगी.
SI भर्ती परीक्षा खुद भी पास की, दो बहनों को भी पास करवाया
राजस्थान एसआई भर्ती-2021 परीक्षा में एसआई जगदीश सिहाग ने वर्षा को अपनी बहन इंदुबाला और भगवती की जगह डमी कैडिडेट बनकर परीक्षा में बैठाया था. दोनों बहनों के लिए 30 लाख रुपए ली थी. वर्षा इंदुबाला और भगतवी के एडमिट कार्ड पर खुद की फोटो लगाई थी. उसने जयपुर के छोटवाड़ा खिरणी फाटक सिद्धार्थ पब्लिक सेकेंडरी स्कूल के एग्जाम सेंटर पर डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा दी थी.
वर्षा ने इंदुबाला की जगह 13 सितंबर 2021 को परीक्षा दी थी और भगवती के बदले 14 सितंबर को परीक्षा दी थी. दोनों ने ही परीक्षा पास की. इंदुबाला ने 1139वीं और भगवती को 239वीं रैंक मिली थी. वर्षा ने खुद भी परीक्षा दी थी और उसे 834वीं रैंक मिली थी.
तीन महीने पहले वर्षा के बारे में इनपुट मिला था
तीन महीने पहले ही वर्षा के बारे में इनपुट मिला था. कोटा के जवाहर नगर इलाके में एक रिटायर्ड बैंक मैनेजर के घर पर वर्षा पीजी के रूप में रहती थी. वह नाम बदलकर रहती थी. जब एसओजी ने उसे पकड़ा तो उसने अपना नाम विमला बताया. फर्जी आधार कार्ड भी दिखाया. एसओजी ने सख्ती दिखाई तो टूट गई.
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