Rajasthan News: राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले का रणथंभौर नेशनल पार्क देश ही नहीं दुनिया भर में विख्यात है. इस समय देशी-विदेशी सैलानियों के लिए रणथंभौर नेशनल पार्क पहली पसंद बना हुआ है. लेकिन इन दिनों रणथंभौर पार्क से 25 बाघों का लापता होना सुर्खियां में है. लापता बाघों को लेकर हरकत में आए प्रधान मुख्य वन संरक्षक और मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक पवन कुमार उपाध्याय ने एक तीन सदस्यों वाली वनाधिकारियों की टीम गठित की है. लेकिन यह टीम गठन के 13 दिन बाद भी लापता बाघों की जांच के लिए रणथंभौर नहीं पहुंची है.
4 नवम्बर को हुआ था कमेटी का गठन
मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक पवन कुमार उपाध्याय ने तीन सदस्यीय कमेटी का 4 नवम्बर को गठन किया था. गठित जांच कमेटी में अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव अध्यक्ष राजेश गुप्ता और वन संरक्षक डा. टी. मोहनराज जयपुर और मानस सिंह उपवन संरक्षक भरतपुर को सदस्य नियुक्त किया गया है. यह जांच कमेटी बाघों के लापता होने के बाद सीसीएफ रणथम्भौर की ओर से बाघों को खोजने के लिए किए गए प्रयासों की जांच करेगी.
साथ ही कमेटी किसी भी अधिकारी और कर्मचारी की लापरवाही पाए जाने पर सम्बन्धित के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के प्रस्ताव प्रधान मुख्य वनसंरक्षक और मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को पेश करेगी.
लापता 11 बाघों को एक साल से अधिक समय हो गया
मुख्य वनसंरक्षक और मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक उपाध्याय ने बताया है कि रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में लम्बे समय से बाघों के लापता होने की सूचना टाइगर मॉनिटरिंग रिपोर्ट में आ रही थी. इस बारे में रणथम्भौर टाइगर रिजर्व के सीसीएफ को कई पत्र भी लिखे गए, 14 अक्टूबर 2024 की रिपोर्ट के अनुसार रणथंभौर के लापता 11 बाघों को एक साल से अधिक समय हो गया लेकिन अभी तक कोई पुख्ता साक्ष्य नहीं मिले हैं.
लापता 25 बाघों के नाम
पवन कुमार उपाध्याय ने 22 अक्टूबर 2024 को 25 बाघों के लापता होने को लेकर मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक रणथंभौर बाघ परियोजना सवाईमाधोपुर को पत्र लिखा था. पत्र में बताया कि बाघ टी-3, टी-1, टी-38, टी-48, टी-54, टी-63, टी-74, टी-79, टी-128, टी-131, टी-135, टी-14, टी-66, टी-93, टी-94, टी-99, टी-121, टी-122, टी-137, टी-139, टी-2306, टी-2311, टी-2401, टी-2405, टी-2407 लापता हो गए हैं. लम्बे समय से उक्त बाघों का पुख्ता प्रमाण प्राप्त नहीं होना चिंता का विषय है.
48 घंटे में ढूंढ निकाले 10 बाघ
तीन सदस्यीय कमेटी का गठन होने के बाद हरकत में आए वन विभाग ने कमेटी गठन के मात्र 48 घंटे के अल्प समय में ही 10 बाघों को मिलना बता दिया. इनके फोटो सीसीटीवी कैमरे में कैद होने की जानकारी भी दी, लेकिन मामले में वन अधिकारी सामने आने से बच रहे है. वन विभाग लापता 25 बाघों में से बाघ टी-66, टी-93, टी-94, टी-121, टी-122, टी-137, टी-2306, टी-2311, टी-2405, टी-2407 बाघ मिलने की जानकारी दे रहा है. यानी वन विभाग के अनुसार अब भी 15 बाघ रणथंभौर से लापता हैं.
लापता बाघों में कुछ उम्रदराज
लापता बाघों को लेकर राजेश गुप्ता(आईएफएस) का कहना है कि रणथंभौर के लापता बाघों के सम्बन्धित दस्तावेज जुटाए जा रहे हैं. कुछ तो रिकॉर्ड के बेस पर जाचं होगी और कुछ फील्ड में रहकर होगा. जांच के बाद बाघों के संरक्षण को लेकर सुझाव भी दिए जाएंगे, 25 लापता बाघों में से 10 तो मिल गए हैं. लापता 15 बाघों में कुछ उम्रदराज भी है. जल्द ही रणथंभौर आकर लापता बाघों के बारे में जांच करेंगे.
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