Rajasthan tourist News: सवाईमाधोपुर के रणथम्भौर में तीन माह बाद एक अक्टूबर से नया पर्यटन सत्र शुरु होने जा रहा है. जिसमें सुबह की पारी 6.30 बजे और शाम की पारी 2.30 बजे शुरु होगी. नए पर्यटन सत्र को लेकर वन विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है. विभाग ने बताया कि इस बार बुकिंग पोर्टल में भी बदलाव किया गया है. पहले पर्यटन विभाग की साइट पर एसएसओ आईडी से बुकिंग होती थी, लेकिन अब नई व्यवस्था के अनुसार पर्यटक खुद ही अपने मोबाइल नम्बर या ईमेल से पर्यटन विभाग की साइट पर टिकट बुक कर सकेंगे.
जाने कौनसे जोन बंद है और कौनसे खुल हैं
हर साल मानसून सत्र में तीन माह के लिए रणथम्भौर नेशनल पार्क में वन विभाग की ओर से पर्यटन गतिविधियों को बंद कर दिया जाता हैं. इस बार भी मानसून के दौरान तीन माह तक रणथम्भौर नेशनल पार्क पर्यटन के लिए बंद रहा था. हालांकि मानसून सत्र के दौरान रणथम्भौर के बाहरी जोन 6 से 10 के बीच सफारी जारी रही, लेकिन बरसात अधिक होने से जोन 6 से 10 को भी सफारी के लिए अधिकतर समय बंद ही रखा गया. नए पर्यटन सत्र को लेकर रणथंभौर के सभी रास्ते दुरुस्त कर दिए गए हैं. वन विभाग के अनुसार जोन नंबर पांच के रास्ते अभी दुरुस्त नहीं हो सके हैं. इस कारण वन विभाग ने जोन नंबर पांच में पर्यटकों को भ्रमण की अनुमति नहीं देते हुए फिलहाल जोन को बंद रखने का फैसला लिया है.
भारतीय परंपरा से होगा सैलानियों का स्वागत
नए पर्यटन सत्र शुरु होने के अवसर पर वन विभाग द्वारा पर्यटकों का भारतीय परंपरा के अनुसार स्वागत सत्कार किया जाएगा. इसके बाद सैलानी प्रथम पारी में जंगल भ्रमण पर जाएंगे. बाघों की अठखेलियों को लेकर रणथंभौर देश दुनिया में प्रसिद्ध है. ऐसे में यहां जंगल सफारी के लिए सैलानियों की भरमार रहती है और सरकार को भी अच्छा खासा राजस्व मिलता है. आंकड़ों की मानें तो पर्यटन सत्र 2023-24 में विदेशी पर्यटक 1 लाख 56 हजार 920, देशी 4 लाख 97 हजार 966, कुल 6 लाख54 हजार 786 सैलानी रणथंभौर भ्रमण पर आए थे. इनसे रणथम्भौर को 60 करोड़ 35 लाख 75 हजार 380 रुपए की आय हुई है.
नए पर्यटन सत्र से बदला बुकिंग पोर्टल
रणथंभौर में नए पर्यटन सत्र से बुकिंग पोर्टल बदल गया है. पहले पर्यटन विभाग की साइट पर एसएसओ आईडी से बुकिंग होती थी. अब नई व्यवस्था के दौरान सैलानी अपने मोबाइल नम्बर या ईमूल से पर्यटन साइट पर जाकर बुकिंग कर सकेंगे. इसके लिए उन्हें ओटीपी भी मिलेगा. नए पर्यटन सत्र में 43 वाहन मॉडल कंडीशन से बाहर हुए हैं. वन विभाग ने उन वाहन मालिकों को मॉडल कंडीशन के हिसाब से एक साल की राशि भी दी है, लेकिन राशि केवल उनको दी जाएगी जिनके एक जिप्सी/केंटर है और मालिका सरकारी कर्मचारी नहीं है.
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