Rajasthan: फर्जी संस्था बनाकर हड़प ली SC-ST-OBC स्टूडेंट्स की छात्रवृति, पुलिस ने किया गिरोह का भांडाफोड़ 

Jaipur Police: इस पूरे प्रकरण में पकड़े जाने से बचने के लिए आरोपी जेंगी प्राइवेट मैसेंजर एप का उपयोग कर आपस में बात करते थे. हालांकि, तकनीकी संसाधनों की सहायता से पुलिस टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
पुलिस की गिरफ़्त में आरोपी

Jaipur News: राजस्थान के जयपुर के गोविंदगढ़ थाना पुलिस ने छात्रवृत्ति योजना का लाभ उठाकर फर्जीवाड़ा करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस मामले में मुख्य सरगना समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने फर्जी कॉलेज बनाकर और कूटरचित दस्तावेजों के जरिये समाज के वंचित तबकों के नाम पर 23 लाख 6 हजार 400 रुपए की छात्रवृत्ति हड़प ली. इस मामले में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी.

गैंग में कई लोग शामिल 

गिरफ्तार आरोपियों में गोविंदगढ़ निवासी विजय कुमार, नागौर का श्रवणराम और जयपुर निवासी बलराम गुर्जर शामिल हैं. आरोपी विजय कुमार ई-मित्र संचालक है, जबकि श्रवणराम गुरुकृपा आईटीआई का संचालक है. बलराम गुर्जर सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग में संविदा पर प्रोजेक्ट मैनेजर है. पुलिस ने बताया कि गिरोह ने फर्जी संस्थान बनाकर दलित एवं पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों के नाम पर आवेदन किए थे. उन्होंने छात्रवृत्ति की ऑनलाइन प्रक्रिया में जाली अंकतालिकाएं, प्रमाण पत्र और प्रवेश पत्र अपलोड कर सरकारी फंड हड़प लिया.

जेंगी प्राइवेट ऍप से करते थे बात 

मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है . इस पूरे प्रकरण में पकड़े जाने से बचने के लिए आरोपी जेंगी प्राइवेट मैसेंजर एप का उपयोग कर आपस में बात करते थे. हालांकि, तकनीकी संसाधनों की सहायता से पुलिस टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है और फर्जी तरीके से उठाई गई राशि बरामद करने के कोशिश कर रही है.

यह भी पढ़ें - Rajasthan: जयपुर के SMS अस्पताल की इमरजेंसी OT में लगी आग, धुएं से भर गया ऑपरेशन थियेटर

Advertisement

'5 लोग आ जाना, मैं CMO बात करा दूंगा', भूख हड़ताल पर बैठे RAS अभ्यर्थियों को मिला किरोड़ी लाल मीणा का आश्वासन