राजस्थान में अगले साल नए सत्र में बदलेगा स्कूल का Syllabus! तैयारियों में जुटा शिक्षा विभाग

राजस्थान में अगले साल नए सत्र में स्कूल के सिलेबस में बदलाव कर दिया जाएगा. इसके लिए शिक्षा विभाग अपनी तरह से तैयारियां शुरू कर दी है. इसके लिए NCERT के निदेशक से बात की गई है.

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Rajasthan School Syllabus: राजस्थान में काफी समय से स्कूलों के सिलेबस (School Syllabus) के बदलने की तैयारियां चल रही है. वहीं अब कहा जा रहा है कि राजस्थान में अगले साल नए सत्र में स्कूल के सिलेबस में बदलाव कर दिया जाएगा. इसके लिए शिक्षा विभाग अपनी तरह से तैयारियां शुरू कर दी है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने NCERT के निदेशक से मुलाकात भी की है.

NCERT के निदेशक से मिले शिक्षा मंत्री के विशेषाधिकारी

राजस्थान की स्कूल सिलेबस में बदलाव को लेकर शिक्षा विभाग ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. राजस्थान के शिक्षा मंत्री के विशेषाधिकारी ने इसके लिए NCERT के निदेशक से मुलाकात भी की है. इसके लिए निदेशक प्रोफेसर दिनेश सकलानी और सचिव अमन शर्मा से मंत्री के OSD सतीश गुप्ता ने मुलाकात की है. बताया जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान राजस्थान के स्कूल के सिलेबस में बदलाव संबंधित चर्चा की गई है. ऐसे में माना जा रहा है कि नए सत्र से पहले सिलेबस में बदलाव होना संभव है.

NCERT निदेशक से मिले अधिकारी

आपको बता दें, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर खुद स्कूल के सिलेबस को बदलने को लेकर पहले ही बयान दे चुके हैं. वहीं अब शिक्षा विभाग भी सिलेबस को बदलने की तैयारियों में जुट गई है. 

मदन दिलावर दे चुके हैं सिलेबस बदलने को लेकर बयान

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर कई मौकों पर सिलेबस बदलने की बात कर चुके हैं. सितंबर महीने में उदयपुर सुखाड़िया विश्वविद्यालय के विवेकानंद सभागार में आयोजित 28वें राज्य स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह में मदन दिलावर ने कहा था कि अब कभी भी अकबर को महान बताकर स्कूल में नहीं पढ़ाया जाएगा. वर्षों तक अकबर ने देश को लूटने का काम किया. अकबर को महान बताने वाले अब आगे नहीं आ पाएंगे.

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उन्होंने कहा था कि  महाराणा प्रताप ने मेवाड़ की आन, बान और शान के लिए सर्वोच्च न्योछावर कर दिया. लेकिन, कभी भी महाराणा प्रताप को महान नहीं बताया, यह निंदनीय है. उन्होंने कहा कि शिक्षा देना सबसे बड़ा धर्म है. सभी भामाशाह देवतुल्य हैं. भामाशाहों द्वारा दिए जाने वाले एक-एक पैसे का सदुपयोग होगा. 

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