करौली में भारी बारिश के बाद रंगवा ताल की दीवार टूटी, सैकड़ों लोगों की जिंदगी पर मंडरा रहा खतरा

रंगवा ताल की सुरक्षा दीवार टूटने से इसका खतरा अब शहर के सैकड़ों घरों पर मंडराने लगा है. अगर यह ताल क्षतिग्रत हुआ, तो कई घर तबाह तो हो जाएंगे. साथ ही हजारों लोगों की जिंदगी भी खतरे में पड़ जाएगी.  

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AI द्वारा बनाई गई प्रतीकात्मक तस्वीर

Rajasthan News: राजस्थान के करौली शहर से 7 किलोमीटर मंडरायल मार्ग पर लोकप्रिय रंगवा ताल स्थित है.यहां बारिश के मौसम में शहर एवं आस पास क्षेत्र के लोग घूमने एवं पिकनिक मनाने के लिए आते है. लेकिन इस बार तेज मूसलाधार बारिश आने के बाद प्रशासन की लापरवाही साफ दिख गई है. रंगवा के ताल में सिपेज बना रखी थी लेकिन अतिक्रमण के कारण उसको बंद कर दिया गया. इसका असर सुरक्षा की दीवार पर दिखा और अब यह टूट गई, जिससे  इसका खतरा अब शहर के सैकड़ों घरों पर मंडराने लगा है. अगर यह ताल क्षतिग्रत हुआ, तो कई घर तबाह तो होंगे ही साथ ही हजारों लोगों की जिंदगी भी खतरे में पड़ जाएगी.

ताल की सुरक्षा दीवार टूटी प्रशासन कर रहा अनदेखी 

शहर के स्थानीय निवासी मनोज चतुर्वेदी ने बताया कि शहर के पर्यटक स्थल रंगवा ताल की ओवरफ्लो पानी की निकासी वाली मोरी अवरुद्ध है. जिससे तालाब के क्षतिग्रस्त होने का खतरा बना हुआ है.यह ताल ऐतिहासिक धरोहर के साथ ही पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र है. लेकिन ताल विभागीय अनदेखी का शिकार बना हुआ है. जिसके चलते तालाब के सीपेज मार्ग और ओवरफ्लो पानी का निकासी मार्ग मोरी अवरुद्ध है. इनका कहना है कि ताल की रेलिंग से बनी सुरक्षा दीवार टूट गई, प्रशासन से इसको पुनः निर्माण की मांग की है.  

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जिला कलक्टर ने पूर्व में किया निरीक्षण

जिला कलक्टर नीलाभ सक्सेना ने शहर में हुई तेज मूसलाधार बारिश के बाद रंगवा  ताल का औचक निरीक्षण किया उसके बाद टूटी हुई रेलिंग से बनी दीवार क्षतिग्रस्त देखते ही आस पास के लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए. इस दौरान तालाब की सीपेज पर अतिक्रमण को हटाने, साफ सफाई, के लिए दिशा निर्देश दिए गए थे और मछली पकड़ने वाले ठेकेदार के खिलाफ जांच के आदेश भी दिए गए। लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाई नहीं की गई.

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