Sharda-Yamuna-Sabarmati Link Canal Project: झुंझुनूं दौरे पर आए उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा के सामने एक बार फिर यमुना नहर के पानी की मांग उठी है. गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद एसएफआई और डीवाईएफआई के कार्यकर्ताओं ने नहर सत्याग्रह आंदोलन के तहत एसएफआई के राज्य उपाध्यक्ष पंकज गुर्जर के नेतृत्व में उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा को ज्ञापन सौंपा.
ट्रिपल सरकार से सिर्फ सिंगल मांग
इस मौके पर पंकज गुर्जर ने कहा कि डिप्टी सीएम साहब आपकी ट्रिपल इंजन की सरकार है. एक सरकार केंद्र में है, दूसरी हरियाणा में और अब राजस्थान में भी आपकी सरकार है लेकिन उनकी सिर्फ सिंगल डिमांड है कि 30 साल पहले जो समझौता हुआ था. उसके मुताबिक झुंझुनूं जिले को उसके हिस्से का यमुना नहर का पानी दिया जाए.
उप मुख्यमंत्री ने दिया आश्वासन
उन्होंने बताया कि 30 साल बाद इस समझौते का रिव्यू होना है, लेकिन विडंबना है कि 30 साल में एक बूंद पानी तक यमुना का झुंझुनूं जिले को नहीं मिला और इस समझौते का रिव्यू तक का समय आ गया है. इस मौके पर उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने हर संभव कोशिश का भरोसा दिया.
1854 किमी लंबी है यह परियोजना
शारदा-यमुना-साबरमती लिंक नहर परियोजना नेपाल से लेकर उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात में साबरमती नदी तक 1854 किमी लंबी है. इस परियोजना ने टनकपुर, हरिद्वार, बिजनौर, मुजफ्फरनगर और उत्तराखंड के शामली जिले में कैराना यमुना नदी तक अधिकांश ड्रोन सर्वेक्षण कार्य पूरा कर लिया गया है. इस परियोजना के लिए 40 फीसदी केंद्र और 60 फीसदी राज्य सरकार खर्च करेगी.
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