राजस्थान की 12 लोकसभा सीटों पर वोटरों की उदासीनता के चौंकाने वाले आंकड़े, जानें कितने पुरुष और महिला वोटरों ने नहीं डाला वोट

वोटिंग न करने वाले मतदाताओं का आंकड़ा सामने आया है जो काफी चौंकाने वाले हैं. राजस्थान में 5.47 प्रतिशत वोटिंग कम हुई है.

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Rajasthan Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान में लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में 12 लोकसभा सीटों पर मतदान कराया गया. 19 अप्रैल को हुए पहले चरण के मतदान में यहां वोटिंग तो हुए लेकिन मतदाताओं की उदासीनता भी दिखी, जिस वजह से बड़ी संख्या में मतदाता मतदान करने के लिए घरों से नहीं निकले. वहीं अब वोटिंग न करने वाले मतदाताओं का आंकड़ा सामने आया है जो काफी चौंकाने वाले हैं.

वोट नहीं डालने वाले मतदाता करोड़ में

लोकसभा चुनाव में राजस्थान की 12 सीटों पर पहले चरण में राजस्थान के मतदाताओं की मतदान को लेकर भारी उदासीनता सामने आई है. निर्वाचन विभाग ने जो आंकड़ा जारी किया है उसके मुताबिक़ राजस्थान के पहले चरण की सीटों के इलेक्शन में 1 करोड़ 5 लाख मतदाता वोट डालने घरों से ही नहीं निकले हैं. ये आंकड़ा हैरान करने वाला है. यही वजह रही है कि पिछली बार यानी 2019 के चुनाव के मुक़ाबले इस बार मतदान प्रतिशत में 5.43 फ़ीसदी की गिरावट देखी गई है.

वोट करने नहीं पहुंचने वाले वोटरों के आंकड़े

आंकड़ों के मुताबिक़ राजस्थान की सीटों पर 2.53 करोड़ में से 1.47 करोड़ मतदाताओं ने वोटिंग की है. जिसमें 1.32 करोड़ पुरूष वोटर्स में से 77.78 लाख ने मत का प्रयोग किया है. जबकि 1.20 करोड़ महिला वोटर्स में से 68.14 लाख ने की वोटिंग की है. 304 में से 164 थर्ड जेंडर्स मतदाता वोट डाल डालने पहुंचे हैं. 

ग़ौरतलब है कि राजस्थान में पहले चरण की 12 सीटों पर मतदान 57.87 फीसदी हुआ है जबकि में 2009 में इन 12 सीटों पर वोटिंग प्रतिशत 48.12 रहा. 2014 में मतदान 13 फीसदी से बढ़कर 61.66 प्रतिशत हो गया था. साल  2019 में ये आंकड़ा और बढ़ कर 63.71 फीसदी तक पहुंच गया था. लेकिन इस बार 5.43 प्रतिशत वोटिंग में कमी आई है जो चिंताजनक बात है.

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पहले चरण में गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर शहर, अलवर, भरतपुर, करौली धौलपुर, दौसा और नागौर लोकसभा सीटों पर मतदान कराया गया है.

निर्वाचन आयोग द्वारा लगातार वोटरों को वोट करने की अपील की जा रही है. लेकिन राजस्थान में स्थिति काफी अलग है. कहा जा रहा है कि मतदाता इस पर काफी नाराज हैं इस वजह से वोटिंग करने नहीं पहुंचे. इसमें स्थानीय मुद्दों को लेकर कहा जा रहा है कि वोटरों में काफी नाराजगी है. वहीं वोट कम पड़ने पर कहा जा रहा है कि इससे बीजेपी को नुकसान होगा.

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